नई दिल्ली: नीतीश कुमार के मंत्रिमंडल में जगह न मिलने के कारण हिन्दुस्तानी अवाम मोर्चा के राष्ट्रीय अध्यक्ष जीतनराम मांझी नाराज हो गए हैं। मंत्रीमंडल न मिलने से नाराज उन्होंने कहा कि हमें कमजोर समझ कर सताया गया। उन्होंने कहा कि लोजपा के खाते में एक मंत्री पद दिया गया लेकिन हमें एक भी नहीं।
मांझी ने आगे कहा कि जो पहलवान है उसको घी, दूध, मलाई दिया जा रहा है लेकिन जो कमजोर है, उसे कुछ भी नहीं दिया गया। आखिर एक ही गठबंधन में दो पार्टियों के साथ अलग-अलग रवैया क्यों अपनाया जा रहा है।
मांझी नीतीश सरकार के उस फैसले से नाराज बताए जा रहे हैं जिसमें लोजपा कोटे से पशुपति कुमार पारस को मंत्री बनाया गया है। पशुपति फिलहाल किसी भी सदन के सदस्य नहीं है।
इसी के तर्ज पर मांझी ने भी अपनी पार्टी से तीन लोगों के नाम की सूचि भेजा था लेकिन बात नहीं बन पाई। अपनी नारजगी मांझी ने एनडीए के केन्द्रीय नेतृत्व तक पहुंचा दी है।
नीतीश की कैबिनेट में बीजेपी के अलवा एनडीए के घटक दल रालोसपा, हम और लोजपा को भी जगह देने पर सहमति बन थी। तीनों पार्टियों के कोटे से एक-एक मंत्री बनाया जाना था। सदन में लोजपा व रालोसपा के दो-दो एवं हम के एक सदस्य हैं।