नई दिल्ली, एजेंसी । शरद यादव गुट के तरफ से जदयू के चुनाव चिन्ह ‘तीर’ पर चुनाव आयोग द्वारा दिए गए फैसले के बाद दिल्ली हाईकोर्ट में उस फैसले को चुनौती देते हुए याचिका दायर की गई थी. जिस पर सुनवाई करते हुए आज दिल्ली हाईकोर्ट ने चुनाव आयोग से रिपोर्ट मांगी है. हाईकोर्ट ने चुनाव आयोग से इस मामले की साडी डीटेल काॅपी मांगी है. जिसके बाद कल इस मामले पर फिर से हाईकोर्ट में सुनवाई होगी.
>बता दें कि असली जदयू और नकली जदयू की शुरुआत बिहार में महागठबंधन टूटने के बाद हुई थी. जहाँ एक ओर नीतीश गुट बीजेपी के साथ हो गया था वहीँ शरद गुट महागठबंधन के साथ खड़े थे. जिसके बाद शरद गुट ने पार्टी के चुनाव चिन्ह व आवंटित कार्यालय पर अपना दावा ठोका था और कहा था कि असली जदयू शरद गुट के पास ही है और नीतीश कुमार के पास नकली जदयू है. जिसके बाद चुनाव आयोग ने उनके दावे को खारिज करते हुए नीतीश गुट को चुनाव चिन्ह ‘तीर’ दे दिया था. जिसके बाद शरद गुट ने चुनाव आयोग के फैसले के खिलाफ हाईकोर्ट में चुनौती दी है.वहीँ चुनाव आयोग के इस फैसले के बाद गदगद नीतीश कुमार ने इस फैसले को सच्चाई की जीत बताया था. एक निजी चैनल के कार्यक्रम में भाग लेने के दौरान पूछे गए एक प्रश्न के उत्तर में उन्होंने कहा कि यह सच्चाई की जीत है. सच्चाई को बहुत दिनों तक झुठलाया नहीं जा सकता इसलिए जो सच था वो सामने आ गया. इस दौरान उन्होंने बिना नाम लिए पूर्व अध्यक्ष शरद यादव पर तंज भी कसा था.