पटना। बिहार में आगामी चुनाव को लेकर सभी राजनीतिक दलों ने तैयारियां तेज कर दी है। जातिगत समीकरण और वोट बैंक को ध्यान में रखकर कार्यक्रम तय किए जा रहे हैं। नीतीश और तेजस्वी दोनों ही दलित वोट बैंक पर ध्यान दे रहे हैं। दोनों ही दलित बस्ती में जाकर लोगों से मिल रहे हैं और एक दूसरे पर आरोप लगा रहे हैं।
तेजस्वी यादव ने ट्वीट कर कहा है कि ‘नीतीश कुमार, कान खोलकर सुन ले अगर दलितों और गरीबों को कुछ हुआ तो आपकी कुर्सी को चकनाचूर कर देंगे।’ उन्होंने कहा कि कुर्सी बाबू को पूरी सुरक्षा के ताम-झाम के साथ भी दिन में दलितों से मिलने में डर लगता है और मैं रात को भी विकास से महरूम इसी ग़रीब टोले में प्रेम से सबों से बात कर रहा हूं।
उन्होंने कहा कि नीतीश ने दिनदहाड़े जनादेश की डकैती की इसलिए अब दिनदहाड़े मुंह छुपाकर जनता से बचकर भागना पड़ रहा है। नीतीश जी समीक्षा के बहाने गरीबों-दलितों को दर्द देने जाते हैं। मैं आज आपके बीच उसी दर्द का साझीदार बनने आया हूं, उस दुःख-तकलीफ को बांटने आया हूं।
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तेजस्वी ने कहा कि नीतीश को समाज से पहले अपने प्रशासन को सुधारने पर ध्यान देना चाहिए। और समय बचे तो खुद भी आत्मचिंतन करना चाहिए कि वो गरीबों और दलितों पर जुल्म क्यों ढहा रहे हैं? उन्होंने कहा कि बिहार में एक तरफ मुख्यमंत्री नीतीश पर पत्थर बरस रहे हैं तो वहीं, दूसरी तरफ विपक्ष के नेता तेजस्वी यादव पर फूल।