सीतापुर-अनूप पाण्डेय,अरुण शर्मा/NOI-उत्तरप्रदेश जनपद सीतापुर के पिसावां नेरी के राजकीय पौधशाला परिक्षेत्र मे बाल मजदूरो से कराया जा रहा काम के कम पैसे देकर दबंग फार्म इनचार्ज आलोक व माली मलिखान करा रहा काम।
बाल श्रम अधिनियम 1984 के अनुसार 14 वर्ष तक के बच्चों से मजदूरी कराना अपराध है सरकार ने बाल मजदूरी रोकने के लिए शासन प्रसासन के सख्त निर्देश के बाबजूद जिम्मेदार अधिकारी अपना दायित्व ठीक से नहीं निभा रहे हैं जिले के ग्राम नेरी के उद्यान एवं खाद्य विभाग नेरी के फार्म में बहुत से बाल मजदूर फार्म में आलू खोदने व बीनते हर रोज नजर आते हैं प्राप्त जानकारी के अनुसार ग्राम नेरी में राजकीय पौधशाला परिक्षेत्र में मौके पर तैनात फार्म इंचार्ज आलोक खरे व माली मलिखान बहुत ही दबंग प्रवृत्ति के हैं वही मलिखान जो फार्म पर माली का काम करते हैं वहीं मलिखान ने फार्म में अपने लड़के जीतेंद्र उम्र 20 वर्ष वह अपने भतीजे श्रवण निवासी संसडा को मजदूरी पर लगा रखा है वही जीतेंद्र इंटर की पढ़ाई भी करता है तथा फार्म पर ड्यूटी भी करता है सोचने का विषय यह है कि एक व्यक्ति एक ही समय दो जगह पर कैसे पहुंचता है वही फार्म पर उस फार्म में बाल मजदूरों से आलू खोदने व बीनने का कार्य कराया जा रहा है
जिसमें 8 वर्ष से 10 वर्ष के बच्चे मजदूरी करते नजर आ रहे हैं तथा फार्म में कुछ ऐसे मजदूरों को लगा रखा है जो फार्म पर कहां काम हो रहा है इसकी जानकारी तक नहीं है फिर भी उनकी मजदूरी लगातार निकलती रहती है तथा कुछ मजदूरों की मजदूरी अभी तक नहीं निकली यदि उच्च अधिकारियों से मौके की जांच कराई जाए तो इसका उदाहरण देखने को मिल सकता है।
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वही नेरी गांव निवासी राधेश्याम विद्यार्थी समाजसेवी ने कहा कि हमने जन सूचना के अंतर्गत एक आरटीआई डाली थी जिसमें कुंज बिहारी पिता हेमनाथ निवासी हरैया फत्तेपुर जो कि मौजूदा पंचायत मित्र भी है उनकी भी हाजिरी फार्म इंचार्ज व माली मलिखान के द्वारा लगाई जाती थी आरटीआई में खुलासा हुआ जिसमें कुंज बिहारी ने लगभग साठ दिन तक काम किया उसका पैसा कुंज बिहारी के खाता संख्या 1268 01 0000 6 036 पर भेजा गया तथा पैसा निकल भी गया इस प्रकार से यदि उच्च अधिकारियों द्वारा जांच की जाए तो बहुत से मजदूर जो मजदूरी की है उनको पैसा नहीं मिला है तथा जिसने मजदूरी नहीं की है उसके नाम मजदूरी चढ़ाकर पैसा निकाल लिया गया है।