लखनऊ. यूपी के पूर्व मुख्यमंत्री ने नोटबंदी के एक साल पूरे होने पर सरकार पर हमला किया है। बुधवार को अखिलेश यादव ने नोटबंदी को लेकर दो ट्वीट किए हैं। अखिलेश यादव ने अपने ट्वीट पर लिखा है-“नोटबंदी की लाइन में जन्मे “ख़ज़ांची” की मां नहीं जानतीं कालाधन क्या होता है। हम नोटबंदी का जश्न नहीं पर “खज़ांची” का जन्मदिन जरूर मनायेंगे। नोटबंदी को बताया था बरसी
-अखिलेश यादव ने अपने ट्विटर पर लिखा- “अर्थव्यवस्था की बदहाली, कारोबार-उद्योग की बर्बादी व देशव्यापी बेरोजगारी में नोटबंदी का जश्न दुखद है। ये नोटबंदी का एक बरस नहीं बरसी है।”
-अखिलेश यादव ने नोटबंदी के दौरान बैंक की लाइन में जन्में खजांची की मां के साथ फोटो पोस्ट करते हुए लिखा है- “हम नोटबंदी का जश्न नहीं पर खजांची का जन्मदिन जरूर मनाएंगे।”
कौन है खजांची
-नोटबंदी के दौरान कानपुर देहात के एक गांव की रहने वाली गर्भवती सर्वेशा भी बैंक की लाइन में लगी थी। सर्वेशा 2 दिसंबर, 2016 को पंजाब नेशनल बैंक की लाइन में लगी थी। बैंक के बाहर ही उसने बेटे को जन्म दिया था। नोटबंदी के दौरान जन्म लेने पर उसका नाम खजांची पड़ गया था।
-खजांची अब एक साल का होने वाला है।
अखिलेश ने दी थी आर्थिक मदद
-खजांची के जन्म समय उत्तर प्रदेश के मुख्यमंत्री अखिलेश यादव थे। उन्होंने आर्थिक मदद के लिए खजांची की मां को 2 लाख रुपये दिये थे। सरकार ने ये पैसा खजांची के देखभाल के लिए दिया था।
नोटबंदी क्यों की गई थी?
-मोदी ने नोटबंदी को भ्रष्टाचार, कालाधन, जाली नोट और आतंकवाद के खिलाफ उठाया गया कदम बताया था। उन्होंने कहा था, “भ्रष्टाचार, कालाधन और जाली नोटों के खिलाफ हम जो लड़ाई लड़ रहे हैं, उसको इससे ताकत मिलने वाली है।”