नई दिल्ली- NOI। पीएम मोदी ने 8 नवंबर 2016 को अचानक 500 व 1000 के नोट बंद करने की घोषणा कर दी। जिसके बाद देश में करंसी की कमी की वजह से उथल-पुथल मची हुई है। सरकार ने कहा था कि इसकी तैयारी पिछले दस महीने से चल रही थी। लेकिन सरकार के इस दावे की पोल एक आरटीआई के माध्यम से खुलती प्रतीत होती है।
एक आरटीआई से खुलासा हुआ है कि नोटबंदी के दिन यानि कि 8 नवंबर को भारतीय रिजर्व बैंक के पास एक भी 500 के नए नोट नहीं थे। यही नहीं भारतीय रिजर्व बैंक के पास उस दिन दो हजार के नोटों के तौर पर सिर्फ 4,94,640 करोड़ रुपये करेंसी छप कर तैयार थी। इन आंकड़ों से यह पता चलता है कि नोटबंदी का फैसला बेहद खराब तैयारी के साथ लागू किया गया था।