लखनऊ,NOI: लोकदल अध्यक्ष सुनील सिंह ने कहा है कि शिवपाल यादव चुनाव आयोग द्वारा चुनाव चिन्ह साइकिल पर दिए गये निर्णय को न्यायालय में चुनौती दे सकते हैं। इसके लिए वह अपने वकीलों से परामर्श करने के बाद फैसला लेंगे। सुनील सिंह ने कहा है कि उनकी शिवपाल से मुलाकात हुई है और वह लोकदल के चुनाव चिन्ह ‘हलधर किसान‘ के साथ चुनाव मैदान में जाने पर भी विचार कर रहे हैं।
लोकदल के निशान के साथ मैदान में जाऐंगे शिवपाल!
चुनाव आयोग द्वारा सपा के राष्ट्रीय अध्यक्ष के रूप में अखिलेश यादव के नाम पर मुहर लग चुकी है। अखिलेश पूरे फार्म में आकर अपने उम्मीदवारों की सूची जारी करने में लग गए है। उधर लोकदल अध्यक्ष सुनील सिंह के बयान को मानें तो चाचा शिवपाल उनके राष्ट्रीय अध्यक्ष होने को न्यायालय में चुनौती देने पर विचार कर रहे हैं।
राष्ट्रीय अध्यक्ष होने के बाद अखिलेश यादव ने साफ कहा है कि वह सबको साथ लेकर चलेंगे। लेकिन लगता है, मंच से मुख्यमंत्री पर झूठ बोलने का आरोप लगाने वाले चाचा को, अपने भतीजे पर भरोसा नहीं है।
अब समय नहीं बचा है शिवपाल के पास
कानून के जानकारों का मानना है कि फिलहाल अदालती कार्यवाही करने के लिए अब शिवपाल के पास समय नहीं बचा है। विशेषज्ञों के अनुसार, आदर्श चुनाव आचार संहिता लागू होने के बाद जब चुनाव प्रक्रिया अपनी गति पकड़ चुकी हो तो ऐसे में उच्च न्यायालय विशेष मामले को छोड़कर अन्य मुद्दे को तत्काल संज्ञान में नहीं लेता। न्यायालय चुनाव प्रक्रिया जारी रहने तक चुनाव आयोग के निर्णय में हस्तक्षेप करना उचित नहीं मानता।
इस तरह उच्च न्यायालय में शिवपाल की किसी याचिका की सुनवाई 11 मार्च चुनाव परिणाम आने के बाद ही हो सकेगी। इसलिए नहीं लगता की उनके वकील उन्हे उच्च न्यायालय जाने का परामर्श देंगे। जानकारों का मानना है कि अखिलेश के पाले में न जाने की स्थिति में शिवपाल के पास फिलहाल लोकदल के चुनाव चिन्ह के साथ मैदान में जाने का विकल्प न्यायालय जाने के विकल्प से बेहतर है।