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Saturday, February 15, 2025

न खाता न बही जो लेखपाल लिखे वही सही ! 

सीतापुर-अनूप पाण्डेय,रोहित त्रिपाठी:NOI।

उत्तरप्रदेश जनपद सीतापुर के

लेखपाल कोरौना रामसुख मिश्रा पर लगे गंभीर आरोप 
-लेखपाल के दिये गवाह अपने बयानों से मुकरे कहा कि लेखपाल ने फर्जी तरीके से लिख दिया गवाही में उनका नाम 
लेखपाल की रिपोर्ट को गलत साबित करती मौके से ली गयी फोटो 

अक्सर यह देखने को मिलता है की रसूखदारों व प्रशासन की मिली भगत से सरकारी जमीनों/पंचायत भवनों/तालाबो पर कब्जा करा दिया जाता है और वह लोग उस जमीन  का गलत तरीके से इस्तेमाल करते रहते है ग्रमीणों को दिक्कते होती रहती है लेकिन सुनने वाला कोई भी नही होता है ।
विकास खंड गोंदलामऊ के ग्राम पंचायत कोरौना में पिछले 25 सालों से अहिल्या तालाब पर दबंगो व प्रधान व लेखपाल की मिली भगत से बिना पट्टे के कब्जे करके तालाब पर व्यवसाय किया  रहा है जिसकी जानकारी प्रधान व लेखपालो को भी है लेकिन कोई भी प्रशासनिक अधिकारी कुछ करना नही चाह रहा क्योकि सभी की मिली भगत से यह कार्य हो रहा है  जिससे गांव के ही कुछ लोगो को दिक्कते हो रही है व मासूम बेजुबान पशुओं को भी पानी पीने में दिक्कते हो रही है अहिल्या तालाब में न तो गांव का कोई भी व्यक्ति जा सकता है और न ही बेजुबान जानवर पानी पी सजते है यहाँ पर एक कहावत तो सही बैठती है कि  जिसकी लाठी उसी की भैंस ।
बताते चले कि अहिल्या तालाब पे कब्जे की शिकायत नम्बर  3008317001604 उन्नीस सितंबर को मिश्रिख समाधान दिवस में उप जिला अधिकारी महोदय मिश्रिख़ को कोरौना निवासी अभिषेक पुत्र आशीष ने दी थी जिसमे बताया गया था कि गाटा संख्या में 1489 में बने अहिल्या तालाब में विगत पच्चीस वर्षो से हरिकरन पुत्र गजोधर के द्वारा अवैध रूप से कब्जा कर सिघाड़ा व मछली पालन किया जाता है जिससे ग्रामीणों व मेजबान पशुओ को काफी दिक्कतें का सामना करना पड़ रहा है ग्रामीणों का आरोप है कि बेजुबान पशु अगर तालाब पानी पीने चले जाते है तो पशु को तो मारा पिता ही जाता है व पशु मालिक को भी गंदी गंदी गालिया व जान से मार देने की धमकी भी दी जाती है लेकिन दबंगो को प्रधान व क्षेत्रीय लेखपाल का सपोर्ट होने के कोई कार्यवाही नही हो रही है पूरे मामले में लेखपाल रामसुख मिश्रा ने बीतेे इक्कीस सितंबर को रिपोर्ट लगा दी तालाब पर कोई कब्जा नही है तालाब बिल्कुल खाली है व जिसमे दो गवाह भी दिए गए है जिसमे राजीव कुमार व रामगोपाल अवस्थी का नाम भी गवाह के तौर पर दिया गया है ।

तहसील मिश्रिख़ की कार्यवाही से असंतुष्ट प्रार्थी ने एक आईजीआरएस मुख्यमंत्री पोर्टल पर तीन अक्टूबर को  40015417019216 जिला अधिकारी महोदय को भी दिया गया जिसमें उपरोक्त आरोप अभिषेक गौड़ पुत्र आशीष  निवासी कोरौना के द्वारा  हरिकरन व अरविंद पुत्र गजोधर कोरौना निवासी पर लगाए गए थे जिसमे एक आख्या क्षेत्रीय लेखपाल व दूसरी आख्या संदना थाने को प्रेषित की गई जिसके जवाब में क्षेत्रीय लेखपाल रामसुख मिश्रा ने चौदह अक्टूबर को वही पुरानी रटी रटाई रिपोर्ट  दो गवाहों के गवाही लेकर लगा दी गयी जिसमे प्रधानपति कोरौना पदम मंगल त्रिवेदी व रामगोपाल अवस्थी के बयान के तहत लिख दिया गया की तालाब पर किसी भी प्रकार का कोई कब्जा नही है और न ही मछली पालन व सिघाडे का उत्पादन हो रहा है ।

वही दूसरी तरफ संदना थाने में आख्या की विवेचना रामगढ़ चौकी इंचार्ज नीरज सिंह यादव को मिली जिसमे पच्चीस तारीख को  नीरज सिंह यादव ने मौके पर जाकर देखा तो अहिल्या तालाब में अवैध रूप से हरिकरन पुत्र गजोधर ने दबंगई व लेखपाल रामसुख मिश्रा की मिली भगत से तालाब पर अवैध कब्जा करके तालाब में मछली पालन व सिघाड़ा का उत्पादन किया जा रहा है यह रिपोर्ट जिला अधिकारी मैडम को प्रेषित की गई लेकिन अपने रसूख के चलते दबंगो पर कोई कार्यवाही नही हुई दबंगई से आहत होकर पीड़ित लोगों ने दुबारा से उप जिला अधिकारी मिश्रिख़ सुश्री सेरी मैडम से न्याय की गुहार लगाई है लेकिन कितनी सुनवाई होती है यह तो वक्त ही बताएगा ।

इस संबंध में उप जिलाधिकारी मिश्रीख सुश्री सेरी से बात की गई तो बताया कि नायब तहसीलदार को जांच करने का आदेश दिया गया है अगर तालाब पर अवैध कब्जा या मछली पालन या सिघाड़े का उत्पादन करता हुआ कोई भी पाया गया तो उसे कानूनी नियमानुसार कार्यवाही की जाएगी व लेखपाल के खिलाफ कठोर कार्यवाही की जाएगी ।

आख्या में दिए बयान से मुकर गए प्रधानपति पद्ममंगल त्रिवेदी 

मुख्यमंत्री पोर्टल पर जिला  अधिकारी से की गई शिकायत 40015417019216 के जवाब में लेखपाल ने गवाही के तौर पर कोरौना प्रधान पति पद्ममंगल त्रिवेदी का नाम दिया है जब उनसे इस पूरे प्रकरण के संबंध में पूछा गया तो उन्होंने बताया कि मैं काफी दिनों से बाहर था लेखपाल रामसुख मिश्रा के द्वारा मुझसे बिना पूछे गवाही के तौर पर डाल दिया है हमे कुछ नही पता है ।लेकिन हमने अपनी वरामपंचेत में किसी भी तालाब का किसी को भी पत्ता नही किया है

मयखमंत्री पोर्टल पर लगी जिला अधिकारी सीतापुर की आख्या के दूसरे विवेचक संदना थाने के रामगढ़ चौकी इंचार्ज उपनिरिक्षक नीरज सिंह यादव से जब बात की गई तो उन्होंने बताया कि पच्चीस तारीख को कोरौना के तालाब पर जाकर देखा तो तालाब वाले प्रकरण में लगे आरोप सत्य साबित हुए तालाब में मछली पालन व सिघाड़े का उत्पादन हो रहा था

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