सीतापुर-अनूप पाण्डेय,अरुण शर्मा/NOI-उत्तरप्रदेश जनपद सीतापुर के पिसावां इलाके के खेरवा गावँ में स्थित प्राथमिक विद्यालय के निकट महतिया बाबा के स्थान पर पतांजलि योग प्रकल्प के तत्वाधान में पांच दिवसीय निःशुल्क योग शिविर का आयोजन किया गया इस दौरान बच्चो से लेकर बजुर्गो ने बढ़ चढ़ कर हिस्सा लिया योग के सम्बंध में जानकारी देते हुए योगाचार्य प्रदीप विद्यार्थी ने बताया सूक्ष्म व्यायाम करने में आसन व प्राणायाम स्वत: ही हो जाते है। सूक्ष्म व्यायाम पूरी तरह कर ले तो इनकी पूर्ति हो जाती है। वृध्द एवं रोगी भी सूक्ष्म व्यायाम कर सकता है। इसे प्रतिदिन करना शरीर को स्वस्थ रखने के लिए जरुरी है। इनको करने पर इनके लाभ बड़े-बड़े है। ये शरीर के जोड़ों की जड़ता को तोड़ते है। जोड़ो को घुमाने से स्फूर्ति पैदा होती है। व जोड़ बेहतर तरीके काम करने लगते है। इस तरह के संचालन से अंग स्वस्थ होते है। अन्दरुनी अवयवों को सूक्ष्मता से संतुलित करते है, इसलिए इन्हें सूक्ष्म व्यायाम कहाँ जाता है। शरीर के सभी जोड़ों व घूमावों की जड़ता को तोड़ते है। जोड़ों में लोच बढ़ाते है। मांसपेशियों के खींचाव को कम कर उन्हें नरम करते है। सूक्ष्म व्यायाम से जोड़ो को बल मिलता है। शरीर में व्याप्त अकड़न-जकड़न कम होती है। तन में व्याप्त जड़ता मिटती है। शरीर हल्का होता है व जोश बढ़ता है। गर्दन घुमाना, ऑंखें घुमाना, कंधे घुमाना ,हाथ घुमाना, कलाई घुमाना, मुट्ठियां बन्द करना व खोलना, कमर घुमाना, घुटने घुमाना, पंजे घुमाना व इन्हें ऊपर-नीचे करने को सूक्ष्म व्यायाम कहते है। सामान्यत: फिजिओथिरेपिस्ट अंग विशेष में आई विशेष कमजोरी दूर करने हेतु सूक्ष्म व्यायाम ही तो कराते है। आजकल स्त्रियों के जोड़ों, कमर व पीठ दर्द को ठीक करने में सूक्ष्म व्यायाम सहायक है। इस मौके पर कुलदीप यादव रामआसरे बेदप्रकाश मुलायम मोहित दिलीप गिरीश सहित काफी संख्या में लोग मौजूद रहे