पत्रकारिता एक चुनौती है जिसके लिये पत्रकार को कड़ा संघर्ष करना पड़ता है…….जिलाधिकारी अजय दीप सिंहबहराइच :(अब्दुल अज़ीज़)NOI:- ” प्रशन तो सब हो रहे बिखरे हुये,किन्तु मेरे पास हर सवाल का जवाब नहीं ” इन पंक्तियों के साथ पत्रकारों और साहित्यकारों के सम्बोधन का जवाब देते हुये जिलाधिकारी अजय दीप सिंह ने स्थानीय लेजर रिसार्ट में जिला प्रशासन द्वारा आयोजित हिंदी दिवस एंव पत्रकारिता दिवस के कार्यक्रम के दौरान अपने अध्यक्षीय सम्बोधन में कहा कि हिंदी भाषा का विकास पूरे देश में हुआ है ये बात कोई माने या न माने लेकिन आज़ादी के बाद से अब तक हिंदी भाषा निरन्तर विकसित होती आ रही है और इसकी मधुरता और सुगमता ने हर सभी को एक सूत्र में बांधने का काम किया है।
ये बात उन्होंने संगोष्ठी में अपने सम्बोधन से जिन लोगों ने हिंदी के विकास पर सवालिया निशान लगाते हुए उसकी दुर्दशा की कहानी ब्यान की थी,का जवाब देते हुये कही।जिलाधिकारी ने कहा कि ये बात अलग है कि हिंदी भाषा सबसे अधिक उत्तर प्रदेश में फली फ़ूली है और जितना इसको यहां बढ़ावा मिला है वैसा दूसरे प्रांतों में भले न मिला लो लेकर ये पूरे देश में आगे बढ़ती गयी है।उन्होंने पत्रकारिता के महत्व पर चर्चा करते हुए कहा कि हिंदी को सबसे ज्यादा पत्रकारिता से बढ़ावा मिला है।पत्रकारिता से समाज में सामन्जस्य और समानता लाने में अहम किरदार उभर कर सामने आता है और इस लिहाज से भी हिंदी के विकास में पत्रकारिता का अग्रणी योगदान है।इस संगोष्ठी को सम्बोधित करते हुये पुलिस अधीक्षक सुनील कुमार सक्सेना ने पत्रकारिता के महत्व की बात करते हुये कहा कि मीडिया 250 साल पुरानी व्यवस्था है जिसका बिना शासन और प्रशासन का कोई वजूद नही है।मीडिया से सभी कुछ प्रभावित होती है और यही वजह भी पत्रकारिता पत्रकारों के लिये बहुत बड़ी चुनौती है।पत्रकारिता की वर्तमान स्थिति पर चर्चा करते हुये उन्होंने मीडिया कर्मियों की कार्यशैली पर भी सवाल खड़ा किया और कहा कि समय के साथ साथ इसके कामकाज में भी बदलाव आया है और आज इसे ढाल बना कर लोग व्यवस्था पर दबाव बनाने का प्रयास करते हैं तथा अपनी एकजुटता व संगठनात्मक शक्ति का बेजा इस्तेमाल कर रहे हैं जो नही होना चाहिये।उन्होंने कहा कि इस पत्रकारिता की पवित्रता के लिये इससे जुड़े लोगों को अपने काम के प्रति अपनी भी एक आचार संहिता बनानी चाहिए।उनमें स्वतः कण्ट्रोल की जरूरत है।विरोध से विकास बढ़ता है प्रगति नहीं।इस गोष्ठी को जिले के बहुत से पत्रकारों,स्कूल कॉलेजों के हिंदी विभाग से सम्बध्य शिक्षकों,कवियों,पत्रकारों के आलावा जिला स्तरीय अधिकारियों ने भी सम्बोधित किया।कार्यक्रम का समापन अपर जिलाधिकारी सन्तोष रॉय द्वारा सभी आगन्तुकों और वक्ताओं को हिंदी दिवस की शुभ कामनाएं देते हुये धन्यवाद ज्ञापित किया।