मुख्य हमलावर नानपारा थाने में बावर्ची है
नानपारा, बहराइच। थाने में खाना बनाने वाले एक अदने से रसोइए ने उत्तर प्रदेश पुलिस को दोबारा चुनौती दे डाली। वारदात गांव भवनियापुर रामगढ़ी, कोतवाली नानपारा, डिस्ट्रिक्ट बहराइच की है।
दिल्ली में मीडियाकर्मी पत्रकार प्रियांशू के पिता पर चार लोगों ने मिलकर प्राणघातक हमला किया था। प्रियांशू मूल रूप से नानपारा के रहने वाले हैं। उनके पिता पर हमला पिछले माह 13 जून को हुआ था। पुलिस ने इस मामले में धारा 323, 504 और 452 का मुकदमा दर्ज किया था।
केस के मुख्य गवाह राजू हैं। राजू की फैमली पर कल (7 अगस्त) दोपहर तीन बजे अभियुक्त राकेश, मुकेश और इनके पिता नन्हू उर्फ हरिराम ने अटैक कर दिया। आरोपी राजू की गवाही से नाराज हैं।
आरोप है कि तीनों राजू के घर में घुस गए और उनकी मां को पीटने लगे। बचाने आई बहू को भी पीटा। कपड़े फाड़ दिए, अभद्रता की। गालियां बकते रहे।
राजू ने जान बचाने के लिए खुद को कमरे में बंद कर लिया था। कमरे का दरवाजा न तोड़ पाने का गुस्सा तीनों ने राजू की बुजुर्ग मां पर निकाला। राजू का कहना है कि मुख्य अभियुक्त राकेश ने उनकी मां के कपड़े फाड़े और घर के बाहर गिराकर पीटने लगा। इसके बाद बाल पकड़कर पीटते हुए गांव में टहलाया। ग्रामीणों के हस्तक्षेप से किसी तरह उनकी जान छूटी।
उचित कार्रवाई का आश्वासन
मुख्य अभियुक्त राकेश नानपारा कोतवाली में निजी बावर्ची है। आरोप है कि वह आपरधिक प्रवृत्ति का है। इससे पहले वह मटेरा थाने में खाना बनाता था लेकिन पत्रकार प्रियांशू के पिता पर हमले के बाद थानाध्यक्ष शेष मणि पांडेय ने उसे हटा दिया था। लेकिन थोड़े दिनों बाद, इस बार नानपारा कोतवाली ने उसे काम पर रख लिया।
राजू ने नानपारा कोतवाली को राकेश, मुकेश और इनके पिता नन्हू के खिलाफ नामजद तहरीर दे दी है। पुलिस ने उचित कार्रवाई का आश्वासन दिया है।
कानून व्यवस्था पर खड़े हुए गंभीर प्रश्न
पहले पत्रकार के पिता पर प्राणघातक हमला फिर उनके गवाह पर भी हमले ने यूपी की कानून व्यवस्था को संगीन बना दिया है। पत्रकारों में खासा रोष देखने को मिला।
देश की चर्चित न्यूज वेबसाइट ‘द वायर’ के जर्नलिस्ट विशाल जायसवाल ने ट्विटर पर सीएम ऑफिस, मुख्यमंत्री योगी आदित्यनाथ के मीडिया एडवाइजर मृत्युंजय कुमार, यूपी पुलिस, बहराइच पुलिस, एसपी बहराइच और जिलाधिकारी को टैग करते हुए लिखा कि एक पत्रकार के पिता पर हमले के गवाह पर हमला कर आरोपियों ने उत्तर प्रदेश पुलिस और प्रशासन को खुली चुनौती दी है।
पत्रकार प्रियांशू ने फेसबुक पर दी जानकारी
प्रियांशू ने एफबी पर लिखा, ‘मेरे पिता पर जानलेवा हमला करने वालों ने मेरे केस के एकमात्र गवाह राजू की फैमली पर अटैक कर दिया है।
मुख्य अभियुक्त राकेश, उसके दो भाई मुकेश समेत अन्य और इनके पिता हरिराम दरवाजा तोड़कर हत्या करने की नियत से राजू के घर में घुस गए।
राजू की मां को बुरी तरह पीटा। बाल पकड़कर गांव में घुमाया। घर की महिलाओं के कपड़े फाड़ दिए। छेड़छाड़ और लूट की बात भी सामने आ रही है।’
प्रियांशू के मुताबिक, ‘राकेश पहले मटेरा थाने में खाना बनाता था। मेरे पिता पर हमले के बाद थानाध्यक्ष ने उसे हटा दिया था। लेकिन महीने भर बाद ही नानपारा कोतवाली ने उसे काम पर रख लिया है।
वही नानपारा कोतवाली, जहां हमलावरों के खिलाफ 452 का मुकदमा दर्ज है। SP Bahraich तक से शिकायत हुई थी।
वही नानपारा कोतवाली जिसे पता है कि राकेश और उसका परिवार गांव में खुलेआम, डंके की चोट पर गुंडई करता है। कहते घूमते हैं कि उनका कुछ नहीं होगा क्योंकि पुलिसवाले उनके खास हैं और वे पुलिसवालों के खास हैं।’