परिवहन विभाग द्वारा शुरू किया गया 30 वां सड़क सुरक्षा सप्ताह,जागरूकता के लिये निकाली गई मोटरसाइकिल रैली…….
बहराइच :(अब्दुल अजीज)NOI:-सड़क दुर्घटनाओं के जरिये हो रही मृत्यु दर को कम करने के मकसद से शासन स्तर पर लोगों को यातायात नियमों का पालन करने और इसके प्रति उनमें जागरूकता पैदा करने के लिये परिवहन विभाग द्वारा आयोजित किया जाने वाला 30 वां राष्ट्रीय सड़क सुरक्षा सप्ताह शुरू हो चुका है जिसके अंतर्गत सड़क सुरक्षा नियमों के प्रति आमजन में जन-जागरूकता लाये जाने के उद्देश्य से परिवहन विभाग की ओर से मोटर साईकिल रैली
निकली गयी जिसमे दर्जनों मोटर साईकिल राइडर्स द्वारा हेलमेट पहनकर प्रतिभाग किया गया।स्थानीय इन्दिरा गाॅधी स्टेडियम से निकाली गई इस रैली को अपर पुलिस अधीक्षक नगर अजय प्रताप व नगर मजिस्ट्रेट प्रदीप कुमार यादव ने संयुक्त रूप से हरी झण्डी दिखाकर को रवाना किया।ये मोटर साइकिल रैली पानी टंकी चैराहा, किसान डिग्री कालेज से होते हुए परिवहन कार्यालय पहुंच कर समाप्त की गई।
सम्भागीय निरीक्षक प्राविधिक(आर आई) दया शंकर सहित विभिन्न संस्थाओं एवं मोटर वाहन डीलर्स हीरो, हाण्डा, राॅयल इन्फील्ड, ड्राईविंग स्कूल एसोसिएशन तथा सेफ लाईफ अर्गनाईज़ेशन के पदाधिकारियों व सदस्यों द्वारा प्रतिभाग किया गया।उल्लेखनीय है कि शासन स्तर पर आयोजित होने वाले इस जागरूकता सप्ताह को जन जन तक पहुंचाने और शासन की मंशा को साकार कराने के लिये विभाग द्वारा इसके व्यापक प्रचार प्रसार के लिये विभाग द्वारा लाखों रुपये का बजट आवंटित किया जाता है परन्तु
बहराइच जैसे तराई के इस जनपद में स्थानीय परिवहन विभाग इसका कोई भी प्रचार प्रसार नही कराता है और इसके लिये आने वाला बजट स्वंय डकार जाता है बल्कि थोड़ी बहुत औपचारिकता निभाने के लिये ये अधिकारी जिले की वाहन एजेंसियों,दलालों वग़ैरह पर दबाव बना कर उनके सौजन्य से चार छः होर्डिंग बैनर जरूर लगवा देते हैं,इस साल तो शहर में अवैध रूप से चल रही कई छोटी सवारी(ई रिक्शा) पर बैनर लगा कर शहर में सवारी भरते देखा गया।यहाँ पर ये बात भी याद रखने की है कि जिले का ये विभाग हमेशा अपनी कार्यशैली के लिये हमेशा विवादों में रहा है जहां पर पूरी तरह विभागीय कार्य सुविधा शुल्क और घूसखोरी के बिना सम्भव नही होता।कार्यालय से सम्पादित होने वाले लाइसेंस बनने से लेकर वाहनों का पंजीयन,ट्रांसफर आदि सभी कार्य यहां तक वाहनों में लगने वाले स्पीड गवर्नर तथा मोटर ट्रेनिंग संचालन आदि के लिये बड़े पैमाने पर सुविधा शुल्क और फर्जी वाडा होता रहता है।सूत्रों से पता चला है कि जिले में चल रहे मोटर ट्रेनिग स्कूल मात्र फर्जी सर्टिफिकेट बेचने का काम कर रहे है और ये गोरख धंधा पूरी तरह विभागीय अधिकारियों के संरक्षण में चलाया जा रहा है यहां तक कि इस कार्यालय में दलालों से दलाली कराने के लिये विभागीय अधिकारियों के संरक्षण में कार्यालय में काम करने वाले सभी लिपिक और बाबू अपने अपने पास दो दो,चार चार प्राइवेट दलालों को कुर्सियों पर बिठा कर उनसे दलाली करवाते हैं यहां तक कि विभाग के अधिकारी गण भी अपने अपने साथ प्राइवेय दलालों को रख कर उन्ही के जरिये धन
उगाही करते हैं और बहुत से तो ऐसे भी कर्मी हैं जो कार्यालय आते भी नही हैं और उनके स्थान पर उनके प्राइवेट दलाल आफिस में बैठ कर उनका कार्य करते हैं और वह घर बैठ कर अपनी पूरी तनख्वाह व अवैध रूप से कमाई जा रही रकम में से हिस्सेदारी वसूलते रहते हैं और ये विभाग भरस्टाचार की भेंट चढ़ते हुये कीर्तिमान पर कीर्तिमान बनाता जा रहा है।बहराइच शहर से लेकर जिले भर में अवैध रूप से वाहनों का संचालन आम बात हो गयी है जिसकी वजह से क्षेत्रों में जाम की समस्या और दुर्घटनाओं में दिन प्रति दिन इजाफा होता जा रहा है लेकिन विभाग फर्जी आंकड़ो के सहारे अपने कर्तव्यों का निर्वहन करने को
सफलता मान रहा है।इसी तरह वर्तमान समय मे चलाये जा रहे इस अभियान पर नजर डालें तो रैली से लेकर सभी कार्यक्रमों को सम्पादित कराने में कार्यालय के दलालों की उपस्थिति और भूमिका सामने आ रही है।