सीतापुर-अनूप पाण्डेय,अमरेंद्र पाण्डेय/NOI-उत्तरप्रदेश जनपद सीतापुर में जहां एक ओर प्रशासन परिषदीय विद्यालयो को को प्रत्येक सुविधा देने के लए तत्पर हैं दिन प्रतिदिन नए – नए कानून बनाकर संबधित अधिकारियो को आदेशो के पालन के सम्बन्ध मे भले सख्त हिदायत देते हो लेकिन हकीकत देखी जाय तो इसके बिपरीत नजर आ रही है यूं ही हकीकत विकाश खण्ड रामपुर मथुरा की है
दरअसल जब मिडिया टीम ने रियल्टी चेक किया तो विकाश खण्ड के अन्तर्गत पूर्व माध्यमिक विद्यालय केवडा मे बुधवार के दिन सुबह नौ बजे देखा गया कि विद्यालय मे ताला लटक रहा है और बच्चे गेट पर अध्यापको का इन्तजार कर रहे थे जब इसकी हकीकत बच्चो से जानकारी ली गयी तो बताया की यहां पर दो अध्यापक प्र.अ.इ. सतीश वर्मा और स.अ. परबेज खां तैनात है जिसमे सतीश वर्मा के आने जाने का समय निश्चित नही है और वही परबेज खां हफ्ते मे सिर्फ एक बार आते है
2 प्राथमिक विद्यालय रमनगरा मे 09 : 32 पर पहुंच कर देखा गया कि यहां पर पांच अध्यापक प्र.अ. प्रमेद कुमार श्रीवास्तव , स.अ. राम मनोरथ दिछित , स.अ. न्रपेन्द्र पाण्डेय , स.अ. शैलेस कुमार पाल और शिछामित्र नीलम सिंह तैनात है जबकी सिर्फ स.अ. राम मनोरथ दिछित उपस्थित थे इस विद्यालय मे 102 छात्र पंजीक्रत है ओर 70 बच्चे मौजूद थे
तो वहीं विकास क्षेत्र रेउसा के भी परिषदीय स्कूलों के अध्यापकों की मनमर्जी भी अपनी चरम सीमा में है
क्षेत्र रेउसा के उच्च प्राथमिक विद्यालय जमौली में तैनात सरिता मिश्रा ऊंची पहुंच होने के कारण कभी-कभार ही विद्यालय को आती है जमौली के ग्राम प्रधान अनिल शुक्ला ने ग्रामीणों के सहित बुधवार को करीब 9:35पर स्कूल का औचक निरीक्षण किया तो स्कूल में ताला लटकता मिला।
प्रधान अनिल शुक्ला ने बताया कि सरिता मिश्रा कभी -कभार ही विद्यालय को आती है।
ऐसे मे सोचनीय विषय है कि विद्यालय मे अध्यापक तो तैनात है लेकिन विद्यालय नही आते है तो परीषदीय विद्यालयो की शिक्षा व्यवस्था कब सुधरेगी।