सीतापुर-अनूप पाण्डेय, राहुल मिश्रा /NOI-उत्तरप्रदेश जनपद सीतापुर के महाराज नगर सरकार के निर्देश पर किसानों को पराली जलाने पर जुर्माना वसूला जा रहा है और जुर्माना न देने पर प्रताड़ित किया जा रहा है वही दूसरी तरफ बिसवां तहसील में जिम्मेदारों की मिलीभगत से जगह जगह अवैध रूप से गन्ना पेरने की अवैध गुड़ बेल की भट्टियां संचालित की जा रही हैं।राजा पुर,महाराज नगर ,धर्मपुर अंगेठा, महोलिया सहित अन्य जगहों पर कोल्हू की भट्टियां संचालित की जा रही हैं।किसानों को पराली जलाने पर प्रदूषण फैलने का अंदेशा रहता है लेकिन जो अवैध रूप से गुड़ बनाने वाली भट्टियां संचालित की जा रही हैं उससे जिम्मेदार लोगों को जो प्रदूषण फैल रहा है उसको नही दिखाई पड़ता है।गुड़ बनाने वाली कोल्हू की भट्टियों पर किसानों से औने पौने दामो पर गन्ना खरीद करके किसानों का जहां एक तरफ शोषण किया जा रहा है और किसानों से गन्ना तोलवाई के नाम पर बीस रुपये प्रति किवंतल वसूली की जा रही है और गुड़ बेल की अवैध संचालन करवाने वाले लोग शुगर मिल को भी गन्ने की आपूर्ति कर रहे हैं।। वही दूसरी तरफ सरकार के राजस्व का चूना लगाया जा रहा है।लेकिन शायद जिम्मेदार लोगों को यह दिखाई नहीं पड़ रहा है और जिम्मेदार लोगअवैध चलने वाली कोल्हू भट्टियों पर किसी भी प्रकार की कार्यवाही करने की जहमत नहीं उठा पा रहे हैं।जगह जगह चलने वाले कोल्हू भट्टियों से भयंकर प्रदूषण फैलता है जिससे आस पास के लोगो को जीना दूभर है और भयंकर बीमारिया भी फैलने का अंदेशा भी बना रहता है।लेकिन शासन व प्रशासन के उच्चाधिकारी मौन धारण किये हुए बैठे हैं।सेहत पर जिंदगी के लिए जरूरी स्वच्छ वातावरण अब ख्वाब बनकर रह गया है l हर सांस के साथ धुआं रूपी जहर शरीर के अंदर पहुंच रहा है l शहर व कस्बाही नहीं अब तो गांव की हवा भी इतनी प्रदूषित हो गई है कि दमा ,एलर्जी, चर्म रोग आदि के मरीजों की संख्या बढ़ती जा रही हैl आखिर अवैध रूप से संचालित होने वाली गन्ने की कोल्हू भट्टियों पर कार्यवाही कब तक होंगी।