जेएनयू के गुमशुदा छात्र नजीब के परिजनों से 20 लाख रुपये की फिरौती मांगने वाले आरोपी शख्स का नाम मोहम्मद शमीम है. शमीम मर्डर के एक केस में गोरखपुर की महाराजगंज जेल में 5 महीने की सजा काट चुका है. शमीम से पुलिस की पूछताछ जारी है.
बताते चलें कि पुलिस ने आरोपी शमीम के पास से एक मोबाइल फोन और वह सिम कार्ड जब्त कर लिया है, जिससे उसने कथित रूप से फिरौती के लिए कॉल किया था. फिलहाल पुलिस जांच में जुटी है कि क्या शमीम ने पैसों के लिए ऐसा किया था या फिर उसका कुछ और मकसद था.
हालांकि नजीब के परिजनों ने फिरौती के लिए फोन आने की बात से इनकार किया था. वहीं नजीब के एक रिश्तेदार ने दावा किया था कि नजीब के पिता को 15 जनवरी के आसपास फिरौती के लिए फोन आया था. पुलिस को इसके बारे में सूचना दे दी गई थी.
14 अक्टूबर से लापता है नजीब
गौरतलब है कि जेएनयू छात्र नजीब अहमद 14 अक्टूबर की रात से लापता है. घटना वाली रात नजीब की किसी दूसरे गुट के साथ झगड़े की बात सामने आई थी. जिसके बाद से कथित तौर पर नजीब ऑटो से कहीं जाने के लिए हॉस्टल से निकला था. पुलिस जांच में ऑटो चालक ने भी नजीब को जामिया इलाके में छोड़ने की बात कही थी.
जेएनयू कैंपस में प्रदर्शन जारी
नजीब की बरामदगी को लेकर जेएनयू कैंपस में प्रदर्शन जारी है. लेफ्ट संगठनों से जुड़े छात्र प्रशासनिक भवन के सामने धरने पर बैठे हुए हैं. इस पूरे प्रकरण में वह वीसी को भी कटघरे में खड़ा कर रहे हैं. क्राइम ब्रांच की कई टीम नजीब की सरगर्मी से तलाश में जुटी हैं. गौरतलब है कि अदालत के आदेश के बाद हाल ही में क्राइम ब्रांच ने समूचे जेएनयू कैंपस में डॉग स्क्वॉयड की मदद से तलाशी ली थी.