इस्लामाबाद, एजेंसी | पाकिस्तान की राजधानी इस्लामाबाद में आज ‘कश्मीर दिवस’ पर पाकिस्तान अधिकृत कश्मीर (पी.ओ.के.) के लोगों ने विरोध-प्रदर्शन किया गया।प्रदर्शन कर रहे लोगों ने दावा किया कि पाकिस्तान सरकार आईएसआईएस और सरकार के जरिए मासूम जनता पर अत्याचार कर रही है। प्रदर्शनकारियों ने पोस्टर-बैनर लेकर प्रदर्शन किया।
उन्होंने आरोप लगाए कि पी.ओ.के. में सामाजिक स्वतंत्रता और मूलभूत अधिकारों जैसी कोई चीज नहीं है। सारे निर्णय ISIS ले रही है। जो लोग पाकिस्तानी प्रशासन से सहमत नहीं हैं उन्हें प्रताडि़त किया जा रहा है। अधिकारी लोगों की आवाज दबा रहे हैं और बोलने की आजादी के अधिकार का हनन कर रहे हैं।
पत्रकार, ब्लॉगर, सामाजिक कार्यकर्ता सभी को निशाना बनाया जा रहा है। पी.ओ.के. में कई सप्ताह से पाकिस्तान विरोधी प्रदर्शन हो रहे हैं। गिलगित बाल्टीस्तान क्षेत्र में भी पाकिस्तान के खिलाफ प्रदर्शन हो रहे हैं। वहां के लोग भी अत्याचारों के विरोध में आवाज बुलंद कर रहे हैं।
दुनिया भर में बलूच लोग पाकिस्तान के अन्याय की दास्तां बयां कर रहे है। बलूच नेताओं ने इस संबंध में भारत से भी मदद की गुहार लगाई है। गत वर्ष इस मामले में काफी विरोध-प्रदर्शन हुए थे। हालांकि पाकिस्तान इन सबसे इंकार करता रहा है। लेकिन बलूचिस्तान से आने वाली रिपोर्ट में सामने आया है कि वहां मानवाधिकारों का उल्लंघन किया जा रहा है।
इसी बीच, कश्मीर दिवस पर पाकिस्तान के प्रधानमंत्री नवाज शरीफ ने कहा कि कश्मीर विवाद संयुक्त राष्ट्र सुरक्षा परिषद में सबसे पुराना मसला है।
उन्होंने कहा कि जब तक कश्मीर मसले का हल नहीं निकलेगा तब तक क्षेत्र में शांति नहीं आ सकती। वहीं पाकिस्तानी सेना ने ‘कश्मीर दिवस’ के कुछ घंटे पहले कश्मीर के लोगों के साथ एकजुटता दिखाने के लिए एक वीडियो गीत जारी किया।
पाकिस्तान में हर साल पांच फरवरी को ‘कश्मीर दिवस’ मनाया जाता है। ‘संगबाज (पत्थर फैंकने वाले)’ नाम के इस गीत में भारत से कश्मीर को छोड़ देने का आग्रह किया गया है। वीडियो को देखकर ऐसा लगता है कि गीत को फिल्माने के लिए कश्मीर के वास्तविक दृश्यों का इस्तेमाल किया गया है।