गोरखपुर। उत्तर प्रदेश के मुख्यमंत्री योगी आदित्यनाथ ने सोनौली-गोरखपुर मार्ग पर महेसरा पुल के निर्माण में देर के लिए पिछली सरकारों को जिम्मेदार ठहराया।
मुख्यमंत्री ने महेसरा पुल का लोकार्पण करने के बाद कहा कि यह पुल वर्ष 2006 में नवरात्र के दौरान क्षतिग्रस्त हो गया था। उसके बाद उन्होंने इसके पुनर्निर्माण के लिए कई बार आंदोलन चलाया। वर्ष 2009 में इस पुल का शिलान्यास किया गया और केंद्र सरकार ने धन भी उपलब्ध कराया। लेकिन तत्कालीन सरकार और उसके बाद आई सपा सरकार के भ्रष्टाचार की वजह से इस पुल के निर्माण में इतना वक्त लग गया।
बहरहाल, प्रदेश में भाजपा की सरकार आने के बाद 10 महीने के अंदर इस पुल का निर्माण कार्य पूरा किया गया। इस पुल को बनाने में लगाई गई देर इस बात का जीता जागता उदाहरण है कि पिछली सरकारों ने किस तरह छोटी-छोटी चीजों को लटकाए रखा।
मुख्यमंत्री ने इस पुल के महत्व के बारे में जिक्र करते हुए कहा कि यह पुल गोरखपुर और उसके आसपास के जिलों को नेपाल से जोड़ता है। अब इस पुल के बन जाने से पूर्वी उत्तर प्रदेश देश के अन्य हिस्सों से अच्छी तरह जुड़़ गया है।
योगी ने इस मौके पर मोहरीपुर-सिहोरवा मार्ग के चौड़ीकरण और सौंदर्यीकरण के लिए कार्य का शिलान्यास भी किया।
योगी ने पूर्वांचल में हर साल सैकड़ों बच्चों की मौत का कारण बनने वाली बीमारी दीमागी बुखार का जिक्र करते हुए कहा कि उनकी सरकार ने पिछले साल अप्रैल में टीकाकरण कार्यक्रम अभियान के तौर पर शुरू किया था।
उन्होंने जनप्रतिनिधियों से अपील करते हुए कहा कि वह अपने-अपने जिलों और गांव में साफ-सफाई सुनिश्चित कराएं ताकि इंसेफेलाइटिस से प्रभावी तरीके से मुकाबला किया जा सके। -(एजेंसी)