नानपारा/बहराइच। (सरफराज अहमद)
क्षेत्र के समाजसेवी व अधिवक्ता शाहिद जमाल के यहां मोहल्ला भंगरहन टोला स्थित आवास पर पूर्व दर्जाप्राप्त राज्यमंत्री अनीस मंसूरी तषरीफ लाए। उन्होंने पत्रकारों से बातचीत के दौरान एक सवाल के जवाब मंे कहा कि देष में कुल मुसलमानेां का लगभग 85 प्रतिषत पिछड़ा मुसलमान है जिनके हक की लड़ाई हम पिछले कई वर्षों से लड़ रहे हैं और उनके उत्थान के लिए हमने सपा सरकार में रहते हुए भी तमाम प्रयास किये। लेकिन समाजवादी पार्टी में भी कई सामन्तवादी बैठे हैं उनके चलते पिछड़े मुसलमानों के लिए कुछ ज्यादा करने का मौका नहीं मिला और जब जब काम करने की कोषिष की गई तब तब, हिन्दू बिरादरी के लोगों ने तो नहीं, लेकिन बड़े मुस्लिम चेहरों ने ही पिछड़े वर्ग के मुसलमानों के हक पर डाका डालने की कोषिष की। सपा सरकार तो सिर्फ पिछडों के नाम पर बनी लेकिन उनके लिए कोई काम नहीं किया गया। उन्होंने मीडिया के माध्यम से वर्तमान योगी और मोदी सरकार से मांग की कि ऐसे मुसलमान जो वोट देकर प्रधान से लेकर प्रधानमंत्री तक बनाते हैं लेकिन सरकार में उन्हें भागीदारी नहीं मिलती, उनके हक में अपील की कि सन 1950 तक मुसलमानों को हिन्दू दलितों के बराबर आरक्षण का लाभ मिलता था लेकिन भारतीय संविधान लागू होने के पष्चात उस पर मजहबी पाबन्दी लगा दी गई, उसे बहाल कर दिया जाए। इसके अलावा वर्तमान में बसपा से पिछड़े वर्ग की नुमाइन्दगी कर रहे अनीस मंसूरी ने उनके उत्थान के लिए जारी प्रयास में कहा कि चूंकि अभी बसपा अस्तित्व मेें नहीं है इसलिए हम सिर्फ भारतीय जनता पार्टी से गुजारिष करते हैं कि वह पिछड़े वर्ग के लोगों और पिछड़े मुसलमानों को ऊपर उठाने का प्रयास जरूर करे।