नई दिल्ली – छावला थानाक्षेत्र के पपरावट गांव में शनिवार देर रात दिल्ली पुलिस के सिपाही नीरज कुमार ने पिता धर्म सिंह यादव की लोहे की रॉड व चाकू से हत्या कर दी। पिता पर वार करते देख उसकी मां कमलेश यादव जब पति को बचाने पहुंची तब नीरज ने उनकी भी रॉड व चाकू से हत्या कर दी।
सिपाही ने दोनों के शवों को पहली मंजिल पर ले जाकर रस्सी के सहारे बगल के खाली प्लाट में फेंक दिया। फिर प्लाट में जाकर शवों को वहां बने खाली कमरे में छिपा दिया। रविवार सुबह संयोगवश प्लाट का मालिक देखरेख करने वहां पहुंचे तब कमरे में शवों को देखकर सन्न रह गए। उन्होंने इसकी सूचना पुलिस को दे दी। पुलिस ने शवों की पहचान कर सिपाही से पूछताछ की तो उसने गुनाह कबूल कर लिया।
छावला थाना पुलिस ने नीरज के खिलाफ हत्या व सबूत मिटाने की धाराओं के तहत मामला दर्ज कर उसे गिरफ्तार कर लिया। दक्षिण-पश्चिम जिले के एडिशनल पुलिस कमिश्नर एके ओझा के मुताबिक सिपाही नीरज कुमार को निलंबित कर दिया गया है। उसे जल्द ही बर्खास्त कर दिया जाएगा। पूछताछ में 25 वर्षीय सिपाही ने खुलासा किया है कि उसने घरेलू क्लेश से तंग आकर यह कदम उठाया।
रविवार सुबह 5.45 बजे पुलिस को सूचना मिली कि पपरावट गांव स्थित एक कमरे में दो शव पड़े हुए हैं। शवों की पहचान 49 वर्षीय धर्म सिंह यादव और 45 वर्षीय कमलेश यादव के रूप में हुई। बगल में ही घर होने के कारण पुलिस जब उनके घर पहुंची तब वहां उनका बेटा व बहू मौजूद थे। घर की तलाशी लेने पर फर्श व अन्य जगहों पर खून के धब्बे साफ करने के निशान पाए गए। छत पर जाने पर सिपाही के खून से सने धुले हुए कपड़े मिल गए। पुलिस ने नीरज को हिरासत में ले लिया। थाने लाकर सख्ती से पूछताछ करने पर उसने गुनाह कबूल कर लिया। पुलिस को दिए बयान में नीरज ने कहा कि पिता अक्सर शराब पीकर उसकी पत्नी के साथ गलत हरकत करते थे। इसको लेकर घर में कई बार झगड़ा हो चुका था। शनिवार रात भी इसी बात पर झगड़ा होने पर गुस्से में उसने रॉड और चाकू से पिता पर वार कर हत्या कर दी। चीख सुनकर उसकी मां बीच बचाव करने पहुंची तब उसने उनकी भी हत्या कर दी। दोनों की मौके पर ही मौत हो गई। पत्नी को सिपाही ने खामोश रहने की हिदायत दी, जिससे वह डरी- सहमी चुपचाप रही। नीरज दोनों शवों को भूतल से सीढि़यों के सहारे खींचकर पहली मंजिल पर ले गया और रस्सी में बांध कर बगल के खाली प्लॉट में गिरा दिया। प्लाट में जाकर शवों को खींचकर भूसा रखे कमरे में छिपा दिया और घर आकर रात को ही फर्श और सीढि़यों पर पड़े खून के धब्बे को धो लिया और कपड़े भी धोकर छत पर सुखने के लिए फैला दिए।
नीरज ने कर रखी है दो शादियां
नीरज 2008 में दिल्ली पुलिस में भर्ती हुआ था। वर्तमान में वह पटियाला हाउस कोर्ट के गारद में तैनात था। वह अपने माता-पिता की इकलौती संतान है। इसकी दो शादी हो रखी हैं। पहली शादी गुड़गांव में हुई थी। घरेलू कलह के कारण ही पहली पत्नी पिछले साल छोड़ कर मायके चली गई। उसके बाद उसने दूसरी शादी हसनगढ़ में की। दूसरी पत्नी से उसे एक महीने की बेटी है। सिपाही के पिता बिजली मैकेनिक थे और खेती करते थे। मां खेती में हाथ बंटाती थी।