कार्यकर्ताओं की मनमानी से नाराज लोगों ने ड्यूटी पर तैनात पुलिस अधिकारी से शिकायत की। पुलिस अधिकारी के कहने पर कार्यकर्ताओं ने ढोल बजाना बंद तो किया, लेकिन उन्होंने विसर्जन करना भी रोक दिया। कार्यकर्ताओं के इस रवैये से परेशान अधिकारी ने खुद ही लोगों के गणपति को तालाब में विसर्जित करने का फैसला लिया।
बस इसी बात पर कार्यकर्ताओं और पुलिस अधिकारी के बीच मारपीट शुरू हो गई। हालांकि, सभी आरोपियों को गिरफ्तार कर लिया गया है और उनके खिलाफ हत्या की कोशिश करने के आरोप में केस दर्ज कर लिया गया है।