नई दिल्ली, NOI |इस अजब-गजब सी दुनिया में एक से एक मजेदार घटनाएं होती रहती हैं। पिछले दिनों हरिद्वार में एक भैंस के मालिकाना हक को लेकर पुलिस के सामने एक मामला आया। जब पुलिस को कोई हल नहीं सूझा तो उसने फैसला भैंस पर ही छोड़ दिया।
दरअसल, उत्तराखंड के हरिद्वार में दो लोगों सचिन और रमेश ने पुलिस के सामने एक ही भैंस पर अपनी दावेदारी पेश की। सचिन का बयान था कि उसने भैंस खो जाने पर पुलिस के पास रिपोर्ट लिखाई थी। रमेश का कहना था कि उसने भैंस जुल्फिकार नाम के किसी शख्स से खरीदी थी।
अंग्रेजी वेबसाइट टॉपयप्स के मुताबिक, पुलिस ने तसल्ली के लिए जुल्फिकार से भी बात कर ली और पता चला कि रमेश भाई तो सच बोल रहे हैं। अब तो मामला किसी असमंजस, दुविधा या वो क्या कहते हैं किंकर्तव्यविमूढ़ की स्थिति से भी ऊपर जा चुका था।
पुलिस ने सोचा, ‘न भैंस दूर, न थाना। क्यों न भैंस से ही उसके असली मालिक के बारे में पूछ लिया जाए।’ पुलिस ने तय किया कि भैंस को चौराहे पर छोड़ा जाएगा और वह दावा करने वालों में से जिसके भी घर चली जाएगी, उसे ही भैंस का मालिकाना हक दे दिया जाएगा। रिपोर्ट्स के मुताबिक, सभी पक्ष इस बात से संतुष्ट भी थे।