फीरोजाबाद: लालपुर के एक घर में लूट की घटना को अंजाम दे रहे बदमाशों को पुलिस ने रंगेहाथ दबोच लिया। इनके कब्जे से लूटे गये आभूषण व तमंचे बरामद हुए हैं। दबोचे गए 11 बदमाशों ने आधा दर्जन से अधिक लूट व चोरी की घटनाओं को कबूला है।
एसपी डॉ. राकेश सिंह ने शनिवार को पत्रकार वार्ता में इस सफलता की जानकारी दी। शुक्रवार मध्य रात बाद 1.45 बजे रसूलपुर थानाध्यक्ष श्रीप्रकाश यादव फोर्स के साथ शांतिनगर में गश्त कर रहे थे। इसी दौरान लालपुर निवासी सतेंद्र सिंह का उनके सीयूजी पर फोन आया। बताया गया कि वह शादी से वापस आए हैं। उनके मकान में असलाहों से लैस बदमाश लूटपाट कर रहे हैं। इस पर एसओ बड़ी संख्या में फोर्स लेकर बताए हुए स्थान पर पहुंचे और मकान की घेराबंदी कर ली। पुलिस ने मौके से 11 बदमाशों को दबोच लिया। इन्होंने अपने नाम उत्तर कोतवाली क्षेत्र के कट्टी बरी शास्त्री नगर निवासी राजा पुत्र रामलखन, सोनी ग्लास फैक्ट्री के समीप रहने वाले मुजीम पुत्र नसीम, आकाशवाणी रोड निवासी भूरा उर्फ राशिद पुत्र बन्ने, रसूलपुर गली संख्या 22 निवासी डंबल उर्फ गुड्डू पुत्र बाबुद्दीन, नगला करन सिंह निवासी मुकेश यादव पुत्र बिन्नूराम, तिलक नगर निवासी दुर्गेश पुत्र नाथूराम, सुभाष कॉलोनी निवासी ऋषि पुत्र मोहनलाल, रोहित पुत्र अनिल कुमार, मोमिन नगर निवासी लायक अली पुत्र रहीश, आफताब उर्फ अफजाल पुत्र गुलफाम और दुर्गेश नगर निवासी लल्ला उर्फ सज्जाद पुत्र शमशुद्दीन बताए गए हैं। इनके कब्जे से पांच तमंचे, बड़ी संख्या में कारतूस, 11 छुरे के अलावा लूटे गए आभूषण चार सोने की चूड़ी, एक जोड़ी कुंडल और एक सोने की अंगूठी बरामद हुई है। एसपी ने पुलिस पार्टी को पांच हजार रुपये के पुरस्कार की घोषणा की है।
ये घटनाएं स्वीकारी
एसपी के अनुसार पकड़े गए बदमाशों ने 17 मार्च को मुहल्ला रामनगर डाकबंगला निवासी महेंद्र गुप्ता के परिजनों को बंधक बनाकर आभूषणों को लूटने, एक अप्रैल को मुहल्ला हसमत नगर में जयकिशन यादव के घर में हुई लूट की घटना का खुलासा किया है। इसी तरह छह अप्रैल को हबीबगंज निवासी इकबाल पहलवान, उत्तर क्षेत्र अंतर्गत सत्कार टाकीज के पास बंद मकान में हुई चोरी, गोपाल आश्रम के समीप दस दिन पूर्व हुई चोरी, खेड़ा मुहल्ला में दस दिन पूर्व हुई लूट की घटना को स्वीकार किया है।
ये है वारदात का तरीका
थानाध्यक्ष श्रीप्रकाश यादव ने बताया ये बदमाश शातिर किस्म के हैं। ये रात्रि एक बजे से दो बजे के मध्य पूर्व से चिन्हित मकान में लूट की घटना को अंजाम देते हैं। ये असलाह व अन्य शस्त्रों का बहुत कम प्रयोग करते हैं।