सीतापुर-अनूप पाण्डेय/NOI-उत्तरप्रदेश जनपद सीतापुर के बेहटा ब्लाक के भिठिया जलहेपुर में यह बात कही की पूर्व की सरकारें नाममात्र की राहत सामग्री देती थीं। हमारी सरकार हर जरूरतमंद को भरपूर राहत सामग्री देने का काम कर रही है। पूर्व की सरकारें सिर्फ घोषणा करती थीं, हम जमीन पर काम करके दिखा रहे हैं।
गुरुवार को बाढ़ प्रभावितों को राहत सामग्री वितरित करने जिले के बेहटा ब्लॉक के भिठिया जालहेपुर गांव पहुंचे मुख्यमंत्री योगी आदित्यनाथ ने विपक्ष पर जमकर हमला बोला। लगभग सात मिनट के भाषण में उन्होंने कहा कि पूर्व की सरकारें काम कम और हल्ला ज्यादा मचाती थीं। हमारी सरकार सिर्फ काम पर ध्यान दे रही है। पीडि़तों और जरूरतमंदों को हरसंभव सहायता उपलब्ध करवाई जा रही है। दैवीय आपदा में जनहानि होने पर आश्रितों को चार लाख रुपए का मुआवजा तत्काल दिया जा रहा है।
श्री योगी ने कहा कि प्रदेश में कहीं भी जंगली जानवर के हमले, गैस रिसाव, आकाशीय बिजली या बाढ़ से किसी की जान गई है तो सरकार ने तत्काल पीडि़त परिवार को चार लाख रुपए की सहायता राशि उपलब्ध करवाई है। यह काम पूरे प्रदेश में युद्धस्तर पर हमने चालू करवाया है। विद्यालय में मुख्यमंत्री लगभग सात मिनट रुके। उन्होंने दस लोगों को अपने हाथ से राहत सामग्री भी वितरित की।
जिले को मिले 80 हजार प्रधान मन्त्री आवास दिए गए है ।
बेहटा ब्लॉक के भिठिया जालहेपुर गांव के सरकारी विद्यालय में राहत सामग्री वितरित करने पहुंचे मुख्यमंत्री योगी आदित्यनाथ ने कहा कि भाजपा सरकार बिना किसी भेदभाव के हर गरीब को पक्की छत मुहैया करवा रही है। सिर्फ सीतापुर जिले के 80 हजार लोगों को प्रधानमंत्री आवास देकर पक्की छत मुहैया करवाई गई है।
बाढ़ के स्थायी समाधान पर काम होगा
मुख्यमंत्री ने कहा कि बाढ़ और कटान से हर साल भारी जन और धन की हानि होती है। इसके स्थायी समाधान के लिए हम गम्भीरता से विचार कर रहे हैं। बाढ़ की तबाही रोकने के लिए बांध बनाने के लिए सरकार गम्भीरता से विचार कर रही है। सरकार ने बाढ़ से बचाव के लिए बरसात से पूर्व ही काफी प्रयास किए थे जिनका सकारात्मक परिणाम भी निकला है। पिछले कई वर्षो से इस साल ज्यादा बरसात हुई लेकिन जन और धन की हानि काफी कम हुई है। मुख्यमंत्री ने जिले के जनप्रतिनिधियों को इसका श्रेय देते हुए कहा कि जनप्रतिनिधि लगातार बाढ़ से बचाव के लिए हमसे सम्पर्क स्थापित करते रहे है। इसी वजह से समय से सरकार ने धन दिया और बचाव कार्य भी समय से शुरू हो गया था। इसी का परिणाम है कि हम इस साल जन व धन हानि को काफी हद तक रोकने में कामयाब रहे हैं।