सीतापुर-अनूप पाण्डेय,अमरेंद्र पाण्डेय/NOI-उत्तरप्रदेश जनपद सीतापुर के बिसवां में
आज केवल बिसवां कस्बे ही नही अड़ोस पडोश के पूरे इलाके के लिए ईद की खुसिया फीकी फीकी हो गयी ,हज़ारो लोगो के चहेते हम सबके प्रिय भाई महेंद्र सिंह उर्फ़ बबलू वर्मा आज सुबह अचानक हम सबको छोड कर चले गए
बबलू भाई ने बहुत कम वक़्त में कामयाबी की बुलंदियों को स्पर्श किया और अपने बेशुमार चाहने वाले तैयार किये ,एक मेडिकल स्टोर की सुरवात और उसकी कामयाबी के साथ सुरु हुआ उनका सफ़र धीरे धीरे उनकी दूकान सियासत का केंद्र बनती गयी और उन्होंने भी ज़िला पंचायत सदस्य के रूप में सियासत के पावदान पर कदम रखा :पूर्व विधायक निर्मल वर्मा के साथ उनकी निकटता ने उन्हें इस इलाके ही नही ज़िले के बड़े नेताओ में शुमार कर दिया :वे bsp की ज़िला यूनिट के बड़े ओहदों पर भी रहे ,कहते है सियासत में चोले बदलने पर कामयाबी मिलती है लेकिन उन्होंने अवसरवादिता की जगह हमेशा निष्ठा को प्राथमिकता दी:तमाम दबावो के बावज़ूद उन्होंने खुद को निर्मल वर्मा से कभी अलग नही किया,पिछले दिनों उनकी बेटी की शादी के मौके पर अपनी बिरादरी में उनके बड़े कद का अंदाज़ा लोगो को लगा था :ज़िले में कुर्मी वर्ग के कई बड़े नेताओ के होने के बावज़ूद इस वर्ग के लोग कम से कम बिसवां इलाके में अपने दुःख दर्द के लिए बबलू भाई को ही अपने सबसे नज़दीक मानते थे लेकिन इसके साथ ही प्रत्येक जाति धर्म के लोगो के बीच उनकी स्विकार्यता थी जो उन्हें जननेता बनाती थी,उन्होंने बहुत कम समय बमुश्किल एक दशक में व्यवसाय:सियासत और समाजसेवा में अपनी एक अमिट छाप छोड़ी,उनका आज यकायक यूं चले जाना इस पूरे इलाके ही नही पूरे ज़िले की बड़ी क्षति है
ये अज़ीब विडम्बना ही है कि हर पल दवाइयो और डाक्टरो के बीच रहने वाले बबलू भाई को जाते समय दवा या डॉक्टर के पास जाने तक का वक़्त भी कुदरत ने नही दिया