नई दिल्ली। ब्रिटेन के पूर्व प्रधानमंत्री डेविड कैमरन ने संसद की सदस्यता से सोमवार को इस्तीफा दे दिया। उन्होंने भविष्य की योजनाओं के बारे में बताए बिना सक्रिय राजनीति से किनारा करने के संकेत दिए हैं।
छह साल तक प्रधानमंत्री रहने के बाद 49 वर्षीय कैमरन ने इसी साल 13 जुलाई को इस्तीफा दिया था। उस समय उन्होंने मौजूदा प्रधानमंत्री टेरीजा मे के नेतृत्व में काम करने की बात कही थी। लेकिन, अब उन्होंने कहा है कि टेरीजा के साथ किसी तरह का विवाद होने की आशंका खत्म करने के लिए उन्होंने इस्तीफा दिया है।
देश का नेतृत्व छोड़कर संसद में सत्ताधारी बेंच पर बैठना उनके लिए काफी मुश्किल हो गया था। इस्तीफे के बाद टेरीजा को अपना पूर्ण समर्थन होने की बात कहते हुए उन्होंने उम्मीद जताई कि उनके नेतृत्व में ब्रिटेन आगे बढ़ेगा, साथ ही विटनी उपचुनाव में पार्टी उम्मीदवार की जीत सुनिश्चित करने के लिए हरसंभव मदद का वादा किया है।
मालूम हो कि, कैमरन 2001 से ऑक्सफोर्डशायर के विटनी सीट का संसद में प्रतिनिधित्व कर रहे थे। 2001 में उन्होंने कंजरवेटिव पार्टी का नेतृत्व संभाला था और 2010 में प्रधानमंत्री बने थे। 2015 के आम चुनावों में भी उनके नेतृत्व में पार्टी ने जीत हासिल की थी। इस साल 23 जून को जनमत संग्रह में ब्रेक्जिट (यूरोपीय संघ से ब्रिटेन का बाहर होना) पर जनता की मुहर के बाद उन्होंने पीएम पद से इस्तीफे की घोषणा की थी।