लखनऊ, विमल किशोर- NOI। भारत रत्न से सम्मानित पूर्व प्रधानमंत्री अटल बिहारी वाजपेयी की अंतिम यात्रा किसी को गवारा नही थी हर समाज से जुड़े अटल बिहारी की ये यात्रा लोगों के लिए ग़मगीन थी और लोग उनकी आत्मा की शांति की दुआ अपने अपने ढंग से करते दिखाई दिए। इसी क्रम में सुदर्शन समान ने कैंडिल मार्च निकाला और पूर्व प्रधानमंत्री की आत्मा की शांति की कामना की।
हम सभी जानते है कि अटल जी का लखनऊ से पुराना रिश्ता रहा है वो यहां से सांसद भी रह चुके हैं और लखनऊ ने उन्हें उस वक़्त सम्मान दिया था जब उन्हे इसकी बेतहाशा ज़रूरत भी थी। ऐसा नही है कि लखनऊ ने ही अटल जी को सम्मान दिया बल्कि अटल जी ने भी उस सम्मान की लाज रखी और लखनऊ को उसका सूद समेत वापस किया उन्होंने हर वर्ग को प्राथिमता दी और सबके उत्थान के लिए काम भी किया।
उनके इसी सराहनीय कार्य को याद करते हुए सुदर्शन समाज ने उनकी अंतिम यात्रा के दिन कैंडिल मार्च निकाला और उन्हें भाव भीनी श्रद्धांजलि अर्पित की।ये कैंडिल मार्च चौक के हातासितारा बेगम से होकर घण्टा घर तक निकला जिसमे सुदर्शन समाज के अलावा भी कई स्थानीय लोग शामिल हुए जो ग़मगीन थे कि अटल जी आज उनके बीच नही हैं।इस कैंडिल मार्च में मुख्य रूप से सुदर्शन समाज की अध्यक्ष श्रीमती कल्पना धानुक और पूर्व सभासद रमेश चन्द्र सहित कई पदाधिकारी और स्थानीय लोग भी सम्लित हुए।सभी की आंखे नम थी और सभी अटल जी के जीवन और देश के प्रति उनके योगदान की प्रशंसा करते नज़र आ रहे थे।