लखनऊ। पूर्व मुख्यमंत्री अखिलेश यादव की तुलना में CM आदित्य नाथ योगी को ज्यादा सुरक्षा दी गई है। CM की सुरक्षा को लेकर सोमवार को पुलिस महानिदेशक जावीद अहमद ने सुरक्षा मुख्यालय के अफसरों के साथ मीटिंग की। मीटिंग में योगी के वर्तमान 2 आवासों (वीवीआईपी गेस्ट हाउस और कालिदास मार्ग) के साथ उनके संभावित गोरखपुर दौरों को ध्यान में रखते हुए सुरक्षा देने का फैसला लिया गया है।
CM के पास जेड प्लस के साथ NSG का सुरक्षा घेरा रहता है। पूर्व मुख्यमंत्री अखिलेश यादव की सुरक्षा में NSG के 24 कमांडो के अलावा करीब 359 पुलिस कर्मियों का घेरा रहता था। सुरक्षा का यह घेरा 8-8 घंटे की ड्यूटी पर बदलता था। यानी, एक समय में अखिलेश यादव की सुरक्षा में 8 एनएसजी कमांडों, 120 पुलिस कर्मियों के साथ PAC की गारद तैनात रहती थी।
इनमें CM आवास की सुरक्षा भी शामिल है। योगी आदित्य नाथ पर खतरे के पुराने इनपुट, 2 स्थानों पर ठिकाने और गोरखपुर दौरों को देखते हुए उनकी सुरक्षा और पुख्ता की गई है। योगी की सुरक्षा में फिलहाल 400 से अधिक पुलिस कर्मियों की तैनाती के साथ NSG कमांडों की संख्या बढ़ाने का फैसला लिया गया है।
अधिकारियों का मानना है कि CM के तौर पर अखिलेश यादव महीने में अधिकतम एक बार ही सैफई जाते थे जबकि संभावना है कि योगी हफ्ते में एक बार गोरखपुर स्थित गोरक्ष पीठ जाएंगे। उनके इन दौरों को ध्यान में रखते हुए सुरक्षा बढ़ाई गई है।
इसके अलावा गोरखपुर जिला पुलिस को भी योगी की सुरक्षा के आवश्यक दिशा-निर्देश दिए गए हैं। IG STF राम कुमार ने बताया कि सोमवार को DGP मुख्यालय में CM योगी की सुरक्षा को लेकर मीटिंग हुई, जिसमें DGP के साथ ADG लॉ ऐंड ऑर्डर, ADG सुरक्षा, IG सुरक्षा और DIG सुरक्षा मौजूद थे।