जिला की सबसे बड़ी सोलन नगर परिषद में चारों तरफ व्याप्त पेयजल समस्या को लेकर शहर में इसकी आपूर्ति करने वाली नगर परिषद ही नहीं, अब जिला प्रशासन भी गंभीर हो गया है, जबकि आइपीएच व विद्युत बोर्ड तो अपने स्तर पर जुटे हुए ही हैं। सर्दियों के इस मौसम में पानी की यह समस्या सोलन ही नहीं, बल्कि साथ लगते ग्रामीण क्षेत्रों में भी लगातार बनी हुई है, जिससे पूरा प्रशासनिक अमला व निर्वाचित जनप्रतिनिधि तक लोगों के रोष को लेकर विचलित हैं। लिहाजा पानी समस्या से निपटने व इसका सही प्रबंधन करने के लिए प्रशासन की अध्यक्षता में संबंधित सभी विभागों की समन्वय समिति गठित करके अतिरिक्त उपायुक्त स्वयं रोजाना पेयजल आपूर्ति की निगरानी कर रहे हैं। इसी कड़ी में उपायुक्त सोलन मदन चौहान ने बुधवार को स्वयं पानी को उसके स्रोत से लेकर लोगों के घरों तक पहुंचाने वाले विभागों के अधिकारियों से बैठक की।
बैठक में आइपीएच व नगर परिषद के अधिकारियों द्वारा बताया गया कि शहर के जिन भागों में पानी नहीं पहुंच रहा, वहां टैंकरों के माध्यम से आपूर्ति की जा रही है, जबकि अन्य स्थानों पर राशनिंग के जरिए कुछ दिनों बाद सप्लाई की जा रही है। पानी की कमी पर तर्क दिया गया कि सर्दियों में वोल्टेज की समस्या के चलते और कभी-कभार मशीनरी की तकनीकी खामियों या फिर पाइप लाइनों में लीकेज के चलते आपूर्ति बाधित हो रही है।
इस मौके पर उपायुक्त ने निर्देश दिए कि यदि शहर के किसी भी क्षेत्र में पेयजल से संबंधित कोई शिकायत हो तो लोग सीधे नप के जेई को उनके मोबाइल फोन (94180-22082) पर संपर्क कर सकते हैं। शहर में पानी व बिजली की आपूर्ति को सुचारू बनाने के लिए अतिरिक्त उपायुक्त हर रोज कितना पानी आया व कितना वितरित हुआ, इसकी निगरानी कर रहे हैं और संबंधित अधिकारियों के साथ बैठकें करके लगातार स्थिति पर नगर रखे हुए है।
उपायुक्त से पेयजल बर्बादी रोकने की मांग
हिलोपा के प्रदेश महामंत्री धर्मचंद गुलेरिया ने भी उपायुक्त सोलन को पत्र लिखकर शहर के विभिन्न क्षेत्रों में हो रही पेयजल बर्बादी रोकने की मांग की है। उन्होंने डीसी मदन चौहान को बताया कि कोटलानाला स्थित तहसील कार्यालय के पास करीब दो माह से अब तक लाखों गैलन पेयजल व्यर्थ बह चुका है और पानी की यह बर्बादी लगातार जारी है। उन्होंने डीसी को लिखे पत्र में बताया कि वह व्यक्तिगत तौर पर नप अधिकारियों को इस बारे में बता चुके हैं, लेकिन कोई कार्रवाई नहीं हुई, जबकि इस सड़क से कई बड़े अधिकारी व परिषद कर्मचारी भी गुजरते हैं। इस लीकेज के कारण सड़क में गढ्डे पड़ चुके हैं और गाड़ियों से इनमें भरा गंदा पानी राहगीरों व साथ की दुकानों तक उछलता है, जिससे लोग परेशान हैं। गुलेरिया ने कहा कि शहर में पानी की किल्लत है और कोटलानाला सहित कई क्षेत्रों में रोजाना हजारों गैलन पानी व्यर्थ बह रहा है, जिसे ठीक करवाकर शहर की जनता को पर्याप्त पेयजल मुहैया करवाया जाए।