लखनऊ। रजिस्ट्री करवाने के लिए अब आपको सब-रजिस्ट्रार दफ्तर का चक्कर नहीं लगाने पड़ेंगे। मंगलवार से पूरे प्रदेश में ऑनलाइन रजिस्ट्री की शुरुआत हो गई। मुख्यमंत्री योगी आदित्यनाथ ने मंगलवार को प्रदेशभर में इस सेवा की शुरुआत कर दी। ई-रजिस्ट्री पोर्टल की लॉन्चिंग के मौके पर मुख्यमंत्री योगी आदित्यनाथ ने कहा कि इस प्रक्रिया के शुरू होने से रजिस्ट्री में आए दिन होने वाली धोखाधड़ी पर लगाम लगेगी।
इससे पहले ई-रजिस्ट्री प्रदेश के 9 मंडलों में लागू थी। मंगलवार से इसे बाकी के 35 जिलों में शुरू कर दिया गया। इस मौके पर स्टाम्प और न्यायालय शुल्क पंजीयन मंत्री नन्द गोपाल गुप्ता ‘नंदी’, सूचना सलाहकार मृत्युंजय कुमार, प्रमुख सचिव मुख्यमंत्री एसपी गोयल, प्रमुख सचिव स्टाम्प एवं पंजीयन हिमांशु कुमार, महानिरीक्षक कामिनी चौहान रतन समेत कई अधिकारी मौजूद रहे।
यह होगी ई-रजिस्ट्री की प्रक्रिया
अब आवेदक घर बैठ अपनी जमीन की मालियत, स्टाम्प मूल्य की जानकारी हासिल कर सकेंगे। साथ ही रजिस्ट्री का प्रोफार्मा (डीड) भर सकेंगे। इसके बाद आवेदक को रजिस्ट्रेशन नंबर मिलेगा। यह रजिस्ट्रेशन नंबर एक महीने के लिए मान्य होगा। एक महीने के भीतर कभी भी आवेदक, क्रेता और विक्रता रजिस्ट्री करवाने के लिए सब-रजिस्ट्रार दफ्तर जा सकते हैं, जहां उन्हें बायॉमेट्रिक वैरिफिकेशन करवाना होगा। इसके बाद रजिस्ट्री की प्रक्रिया पूरी हो जाएगी। ई-रजिस्ट्री से क्रेता-विक्रेता को अभिलेखों की नकल ऑनलाइन मिल सकेगी।
पहले दिन 8400 ई-रजिस्ट्री
35 जिलों में ई-रजिस्ट्री की शुरुआत के पहले दिन ही प्रदेशभर में 8400 लोगों ने ऑनलाइन रजिस्ट्रेशन करवाया। लखनऊ में मंगलवार को 71 ई-रजिस्ट्री हुईं। पहली रजिस्ट्री कानपुर रोड स्थित एलडीए कॉलोनी निवासी समीर गुप्ता के नाम हुई। सब रजिस्ट्रार प्रथम और द्वितीय के यहां 13-13 रजिस्ट्री हुईं। सब रजिस्ट्रार चतुर्थ के यहां 11, सब रजिस्ट्रार तृतीय के यहां दो और सब रजिस्ट्रार पंचम के यहां 10 ई-रजिस्ट्री हुईं। मोहनलालगंज में 14, मलिहाबाद में पांच और बीकेटी में तीन ई-रजिस्ट्री हुईं।