प्रदेश की हज कमेटी चल रही है राम भरोसे,एक वर्ष पूर्व समय पूरा करने के बाद भी नई बनी नई कमेटी,बिना चेयरमैन और सदस्यों के चल रही है कमेटी…….
अब्दुल अज़ीज़
लखनऊ :(NOI):- अल्पसंख्यकों की संवैधानिक संस्था उत्तर प्रदेश हज कमेटी का कार्यकाल समाप्त होने के एक साल बाद भी इसका पुनर्गठन नही किया गया है और इस प्रकार ये महत्वपूर्ण संवैधानिक संस्था का कार्य बिना चेयरमैन और उसके सदस्यों के संचालित किया जा रहा है।16 सदस्यीय इस कमेटी का कार्य काल बीते 27 अगस्त को समाप्त हो गया है जबकि संस्था के बाइलॉज के मुताबिक कार्यकाल समाप्त होने से 2-3 माह पूर्व ही इसके गठन की प्रक्रिया शुरू कर दी जाती है परंतु यहां एक साल बीत जाने के बाद भी सरकार द्वारा इस ओर कोई ध्यान नही दिया गया और इसके पुनर्गठन को ठंडे बस्ते में छोड़ दिया गया है।बीती कार्यकारिणी में पूर्व मंत्री आजम खां इसके चेयरमैन थे।समिति के संविधान के मुताबिक समिति के सदस्यों द्वारा ही चेयरमैन का चयन किया जाता है जबकि इस समिति में एक सांसद,एक विधायक,एक एम एल सी,सुन्नी सेंट्रल वक्फ बोर्ड के चेयरमैन व हज कमेटी के सचिव के अलावा सुन्नी समुदाय के दो व शिया समुदाय के एक धर्म गुरुओं सहित तीन पार्षद व पाँच समाजसेवियों को नामित कर समिति का गठन किया जाता है जो चेयरमैन का चयन करते हैं लेकिन सरकार की ढुलमुल और हीलाहवाली वाली रणनीति की वजह से इसका गठन अधर में लटका हुआ और जो एक साल बाद भी अमल में नही आ सका है जिससे जहां आम जनमानस को काफी परेशानियां उठानी पड़ रही हैं वही समिति में कार्यरत कर्मचारियों का बोल बाला बना हुआ है।