दीपक ठाकुर:NOI।
शिया वक़्फ़ बोर्ड के चेयरमैन वसीम रिज़वी एक बार फिर चर्चा में आये हैं अयोध्या में राम मंदिर बनाये जाने की मांग खुले मंच से करने वाले वसीम रिज़वी ने इस बार प्राइमरी मदरसों पर ताला लगाने की बात कही है उनका तर्क है कि उन मदरसों में बच्चों को जो शिक्षा दी जाती है उससे बच्चे जिहादी बनते हैं उनके ज़हन में सिर्फ और सिर्फ नफरत ही भरी जाती है और तो और उनका ये भी कहना है कि ऐसे मदरसे आईएस आईएस आई की विचारधारा से प्रेरित होता है।
वैसे देखा जाए तो मदरसों को लेकर कई तरह की बातें पहले भी उठती आई है मौजूदा सरकार ने भी इसको आधुनिकता की ओर लाने का वादा किया है जिसका मतलब साफ है कि यहां कहीं ना कहीं वसीम रिज़वी की बात में सच्चाई है जो अब उनकी ज़ुबान पर आई है इतना ही नही उन्होंने अपनी इस मांग का एक पत्र पीएमओ तक भेज दिया है।अब इस पर जवाब क्या आएगा ये देखने वाली बात होगी लेकिन फिलहाल एक बात तो तय है कि विवादों में रहे शिया वक़्फ़ बोर्ड के चेयरमैन साहब ने अपने नाम एक और विवाद दर्ज करा ही लिया है।
अब उनके खिलाफ वो लोग होंगे जिनकी पहचान इन मदरसों से ही है और जो इन्ही मदरसों तक सीमित हैं वो ज़रूर इस बयान के लिए वसीम रिज़वी को घेरेंगे लेकिन एक बात ये भी सच है कि मदरसों पर संकट के बादल एक बार फिर दिखाई देने लगे हैं।यहां देखने वाली बात ये भी है कि अगर मदरसे इतने ही अच्छे और सच्चे होते तो हर मुसलमान अपने बच्चों को इसकी तालीम दिलाता लेकिन वास्तव में जो निम्नवर्ग के मुस्लिम हैं सिर्फ उनके बच्चे ही वहां दिखाई देते हैं इसकी क्या वजह है ये भी एक बड़ा सवाल है।।