नई दिल्ली। रेप की शिकार बच्ची को मरा हुआ समझकर आरोपी मनोज ट्रेन पकड़कर अपने पैतृक गांव फरार हो गया था। वहां से वह अगले दिन अपने ससुराल चला गया। दिल्ली पुलिस ने आरोपी मनोज को उसके ससुराल से गिरफ्तार किया। शनिवार सुबह बिहार कोर्ट में उसे पेश करने के बाद पुलिस उसे तीन दिन की ट्रांजिट रिमांड पर दिल्ली ला रही है।
पूर्वी दिल्ली के पुलिस उपायुक्त प्रभाकर ने बताया कि आरोपी मनोज 22 अपने पिता बिंदेश्वरी के साथ करीब 15 वर्ष पहले दिल्ली आया था। आरोपी के पैतृक गांव मुजफ्फरपुर बथरवां में दो भाई और बहनें है। पिता सीलमपुर में जूस की दुकान चलाता है जबकि मनोज गारमेंट फैक्ट्री में काम करता था।
बच्ची से दुष्कर्म की वारदात को अंजाम देने के बाद आरोपी मनोज 15 तारीख की शाम में स्वतंत्रता सेनानी एक्सप्रेस से छपरा होते हुए 16 तारीख की शाम अपने पैतृक गांव चला गया था। 17 तारीख को वह अपनी ससुराल गया था जहां से बीती रात दिल्ली पुलिस ने उसे गिरफ्तार किया।
प्रारंभिक पूछताछ में उसने बताया कि वह बच्ची को मरा हुआ समझकर मौके से फरार हो गया था। पुलिस अधिकारी ने बताया कि मनोज के दिल्ली आने के बाद ही ये साफ हो पायेगा कि इस जघन्य वारदात में कोई और शामिल है या नहीं। बच्ची करीब 40 घंटे तक कमरे में बंद थी।