अब्दुल अज़ीज़
स्टेट ब्यूरो
कानपुर से बड़ी खबर,हिस्ट्रीशीटर बदमाश को पकड़ने गयी पुलिस टीम पर हमला,सी ओ सहित 8 पुलिस कर्मी हुये शहीद……..
लखनऊ : (NOI) कानपुर में बीती देर रात को एक कुख्यात हिस्ट्रीशीटर को पकड़ने गई पुलिस टीम पर बदमाशों ने बरसाईं गोलियां,आठ पुलिसकर्मियों की हुई मौत जिसमें एक सी ओ भी है शामिल,इस दर्दनाक घटना पर मुख्यमंत्री मंत्री और प्रदेश की राज्यपाल ने शोक व्यक्त किया।आप को बता दे कि बीती देर रात को कानपुर के थाना चौबेपुर इलाके के बिकरु गांव में एक शातिर हिस्ट्रीशीटर बदमाश विकास दुबे को पकड़ने गयी पुलिस टीम पर बदमाशों की ओर से हमला बोल दिया गया और ताबड़तोड़ चली गोलियों में पुलिस क्षेत्राधिकारी बिल्हौर देवेंद्र मिश्रा,थानाध्यक्ष शिवराजपुर महेश यादव सहित 8 पुलिस कर्मियों की मौत हो गयी है।असामयिक हुई इस घटना से क्षेत्र में जहां दहशत फैल गयी वही पूरे प्रदेश में शोक की लहर दौड़ गयी है।इस घटना को लेकर मुख्यमंत्री योगी आदित्यनाथ और राज्यपाल आनन्दी बेन द्वारा शोक व्यक्त करते हुये शहीद पुलिस कर्मियों को श्रद्धांजलि दी गयी है।
बताया गया है कि विकास और उसके साथियों की फायरिंग में एसओ बिठूर, एक दरोगा समेत कई पुलिसकर्मियों को भी गोली लगी। दो सिपाहियों के पेट में गोली लगी जिन्हें गंभीर हालत में कानपुर के रीजेंसी अस्पताल में भर्ती कराया गया है। पुलिस के आलाधिकारी और कई थानों की फोर्स मौके पर पहुंच गई है। कई सिपाहियों को बेहद गंभीर हालत में रीजेंसी भर्ती कराया गया है और कई पुलिसकर्मी अभी भी लापता बताये जा रहे हैं।
सूत्रों के मुताबिक गुरुवार रात करीब साढ़े 12 बजे बिठूर और चौबेपुर पुलिस ने मिलकर विकास दुबे के गांव बिकरू में उसके घर पर दबिश दी थी। बिठूर एसओ कौशलेंद्र प्रताप सिंह ने बताया कि इस दौरान विकास और उसके 8, 10 साथियों ने पुलिस पर ताबड़तोड़ फायरिंग शुरू कर दी। घर के अंदर और छतों से गोलियां चलाई गईं।
एसओ कौशलेंद्र के एक गोली जांघ और दूसरी हाथ पर लगी है, इसके अलावा सिपाही अजय सेंगर, अजय कश्यप, सिपाही शिवमूरत, दरोगा प्रभाकर पांडेय, होमगार्ड जयराम पटेल समेत सात पुलिसकर्मियों को गोलियां लगीं। सेंगर और शिवमूरत के पेट में गोली लगी। दोनों की हालत गंभीर है। सूचना के बाद कई थानों की फोर्स गांव पहुंची और घायलों को लेकर रीजेंसी अस्पताल लाया गया। सूत्रों ने बताया कि जिस तरीके से हमला हुआ, उससे आशंका है कि बदमाशों को पुलिस की दबिश की भनक मिल गई थी। जिस कारण उन्होंने तैयारी करके पुलिस पर हमला किया जबकि पुलिस को इसकी को आशंका नही थी कि उनपर इस तरह पलटवार भी हो सकता है। पुलिस ने बताया कि विकास दुबे एक खूंखार अपराधी है जिस पर 2003 में शिवली थाने में घुसकर तत्कालीन श्रम संविदा बोर्ड के चेयरमैन राज्यमंत्री का दर्जा प्राप्त भाजपा नेता संतोष शुक्ला की हत्या का आरोप लगा था। बाद में वह इस केस से बरी भी हो गया था। इसके अलावा विकास पर प्रदेश भर में दो दर्जन से ज्यादा गंभीर केस दर्ज हैं।