नई दिल्ली, एजेंसी । बदलते मौसम की वजह से लोगों में सर्दी-जुकाम और खांसी की समस्या हो रही है। दिन में गर्मी और शाम होते-होते सर्दी और इसके बाद की जा रही लापरवाही की वजह से इस तरह की दिक्कत हो रही है। चिकित्सकों का कहना है इस मौसम में एयरकंडीशन की हवा आपके तबीयत को और खराब कर सकती है।
भगवान महावीर अस्पताल के शिशु रोग विभाग के प्रमुख डॉ. अमन प्रताप सिंह ने बताया कि इस मौसम में सबसे अधिक दिक्कत बच्चों को होती है। पूरे दिन धूप रहने की वजह से गर्मी होती है जबकि सुबह-शाम सर्दी बढ़ जाती है, इसका सीधा असर बच्चों के स्वास्थ्य पर पड़ता है।
इस मौसम में थोड़ी सी लापरवाही से बच्चों में सर्दी, जुकाम और खांसी का खतरा बढ़ जाता है। बच्चों में रोग से लड़ने की क्षमता कम हो जाती है। मौसम में बदलाव की वजह से अस्पताल में निमोनिया की शिकायत के साथ आने वाले मरीजों की संख्या में बढ़ोतरी हुई है। दिल्ली नगर निगम के स्वास्थ्य सेवाओं में कार्यरत डॉ. अजय कुमार ने बताया कि इस मौसम में वायरस सक्रिय हो जाते हैं और मुंह और नाक के रास्ते शरीर में प्रवेश कर जाते हैं।
इससे गले में खरास, खांसी, जुकाम और उल्टी होने का खतरा बढ़ जाता है। वेंकटेश्वर अस्पताल के पल्मोनोलॉजिस्ट डॉ. अशोक राजपूत का कहना है कि जब इस मौसम में वायरस शरीर में प्रवेश कर ब्लड में पहुंचता है तब ठंड के साथ शरीर के विभिन्न अंगों में तेज दर्द शुरू हो जाता है और बुखार आ जाता है। इस मौसम में अस्थमा मरीजों की समस्या भी बढ़ जाती है।
वायरल के लक्षण :
बुखार, ठंड लगना, नाक से पानी आना, कमजोरी, भूख कम लगना, सिर में दर्द, उल्टी, खांसी, आंख लाल होना, छाती में दर्द, बलगम आना आदि।
बचाव:
भीड़भाड़ वाले जगह जाने से बचें, थोड़े-थोड़े अंतराल पर हाथ को साफ पानी से धोना, खाने में फल-सब्जी को प्राथमिकता दें, सुबह में सैर करना, व्यायाम करना, सुबह-शाम की सर्दी से बचना, खुश रहने की कोशिश करना, खूब पानी पीना।