सरफराज सिद्दीकी NOI
नानपारा,बहराइच- बरसात मे लोगों में दो बिमारियाँ विशेष रूप से शरीर को प्रभावित करती है एक बुखार शरीर दर्द और दूसरा पेट की समस्या।
यह बात नगर नानपारा के जाने-माने चिकित्सक डा0 अबुल हसन ने भेंट वार्ता मे बताई कि बरसात के बाद जैसे ही धूप निकलती है पारा एकदम से बढ़ता है जिससे लोगो मे पेट डीजीज शुरू हो जाती है जैसे उल्टी, दस्त, अपच, पेट दर्द, जी मचलाना आदि और दूसरी समस्या मौसम के चढ़ाव-उतार से वायरल फीवर, शरीर मे दर्द, काम करने की इच्छा न होना, चर्म रोग, फोड़े, फुन्सी और बच्चों मे दाने निकलना प्रारम्भ हो जाता है इसलिए बरसात मे शरीर को चुस्त-दुरूस्त रखने के लिए स्वास्थ पर विशेष ध्यान दें, प्रथम बरसात में पानी की शुद्धता कम हो जाती हैं इसलिए विशेषतयः पानी उबालकर ठण्डा करके पीयें। बरसात में अगर भीग जाये तो घर आकर तुरन्त साफ पानी से नहाकर सुखे कपड़ें पहनें, नम और भीगे कपड़ें बिल्कुल न पहने, सादा भोजन करें, मच्छर से बचाव करें। मच्छर काटनें से मलेरिया बन जाता हैं घर के आस-पास के जल भराव में फिनायल डाल दें, जिससें मच्छर-मक्खी न बढ़ें।