एक वक्त बॉलीवुड की ड्रीम गर्ल रहने वाली हेमा मालिनी को अपने फिल्मी करियर के दौरान ऐसे दिन भी देखने पड़े हैं।
बॉलीवुड की दुनिया बाहर से लोगों को जितनी ग्लैमरस लगती है, अंदर से यह उतनी ही बदसूरत भी है। यहां बस चढ़ते सूरज को सलाम किया जाता है, अगर एक शुक्रवार आपकी फिल्म फ्लॉप हो जाती है तो सभी लोग आपसे नजरें चुराने लगते हैं। बॉलीवुड के बड़े-बड़े कलाकारों के साथ ऐसा हुआ है और हमारी ड्रीम गर्ल हेमा मालिनी भी इससे अछूती नहीं रही हैं। एक वक्त बॉलीवुड की नम्बर 1 हीरोइन रहने वाली हेमा मालिनी का जब वक्त खराब था तब उनको बी-ग्रेड फिल्मों तक में काम करना पड़ा था।
असल में हुआ कुछ यूं कि जब हेमा मालिनी ने अपनी बड़ी बेटी जो जन्म देने के बाद बॉलीवुड में वापसी करने के बारे में सोचा तब बड़े-बड़े फिल्ममेकरों ने उनके साथ काम करने से इंकार कर दिया। काम कि तलाश में हेमा बड़े-बड़े डायरेक्टरों और प्रोड्यूसरों के चक्कर काट रही थीं लेकिन कहीं काम नहीं मिल रहा था। वो धरम जी को अपनी परेशानी के बारे में बताना नहीं चाह रही थीं। ऐसे में श्याम रलहन ने हेमा मालिनी को अपनी एक बी-ग्रेड फिल्म रामकली में काम करने का ऑफर दिया। बहुत झिझकते हुए हेमा मालिनी ने उस फिल्म को साइन कर लिया। मजबूरी के इस समय में हेमा मालिनी के पास और कोई चारा भी नहीं था। हालांकि फिल्म साइन करते समय हेमा मालिनी ने श्याम रलहन से इतना जरुर कहा था कि इस फिल्म के पोस्टर शहर के बाहर ही लगवायें।
बताया जाता है कि इस फिल्म को करने के बाद हेमा मालिनी के पास बी-ग्रेड फिल्मों की लाइन लग गई। रोज ही कोई न कोई फिल्म प्रोड्यूसर अपनी फिल्म को लेकर हेमा मालिनी के घर आने लगा। हेमा मालिनी को यह सब अच्छा नहीं लगता था लेकिन मजबूरी के समय में उन्होंने इन प्रोड्यूसर्स को हां कहना पड़ा।