नई दिल्ली। बीते दिनों पीएम मोदी के बलूचिस्तान पर बड़ा बयान दिया था। जिसके बाद वहां की जनता ने भी मोदी का समर्थन करते हुए आजादी की मांग कर डाली थी। लोगों ने मोदी से अपनी आजादी की अपील की थी। इसी बीच अब एक चौका देने वाली बात सामने आई है। जर्मनी, इंग्लैंड और अमेरिका की तरफ से हाल में पाकिस्तानियों से जुड़े कुछ आंकड़े जारी किए है। रिपोर्ट के मुताबिक, पिछले एक साल में पश्चिमी देशों में शरण के लिए आवेदन करने वाले पाकिस्तानियों की संख्या में भारी संख्या में इजाफा हुआ है। यहां लगभग 10,000 लोगों ने पाकिस्तान छोड़ दिया है।
आंकड़ों की माने तो इन तीन देशों में 10,000 से ज्यादा पाकिस्तानियों ने शरण मांगी हैं। आवेदनों के मामले में जर्मनी सबसे ऊपर है। जर्मनी के आंतरिक मामलों के मंत्रालय ने बताया कि 9,185 पाकिस्तानियों ने शरण के लिए आवेदन किया है। जनवरी-जुलाई 2016 के दौरान ये आवेदन किए गए हैं। इनमें से 156 लोगों ने बार-बार आवेदन किया है। इसके अलावा ब्रिटेन होम ऑफिस के आंकड़ों के मुताबिक, जून 2015- जून 2016 के बीच 2,992 लोगों ने ऐसे ही आवेदन किए। जिनमें से 16 फीसदी को मंजूरी दी गई। इसके अलावा अमेरिका में 2016 में 376 पाकिस्तानियों ने आवेदन किया।
बलूचिस्तान में आए दिन आजादी की मांग को लेकर प्रदर्शन हो रहे हैं
बता दें बलूचिस्तान में आए दिन आजादी की मांग को लेकर प्रदर्शन होते रहते हैं। इस प्रदर्शन की वजह है पाकिस्तान के द्वारा बलूचिस्तान के लोगों के साथ अत्याचार की सीमाएं बहुत बढ़ गई हैं। इसका अंदाजा आप इस वीडियो को देख कर ही लगा सकते हैं कि पाकिस्तान आर्मी बलूचिस्तान की महिलाओं के साथ रेप जैसे घिनौनी हरकत खुलेआम करने लगे हैं। सस पहले इन महिलाओं ने भारत के पीएम मोदी से मदद की अपील भी की थी। उन्होंने कहा था कि मोदी जी हमें बचा लो, सेना के जवान रोज हमारा रेप करते हैं। पाक अधिकृत कश्मीर यानि पीओके और बलूचिस्तान की बुरी स्थिति अब किसी से भी छुपी नहीं है।