बहराइच में शांति और सौहार्द पूर्वक मनाया गया ईद मिलादुन्नबी,शहर सहित विभिन्न इलाकों में निकला जुलूस मोहम्मदी……..
बहराइच (अब्दुल अजीज)NOI:- जनपद में पैगम्बर- ए- इस्लाम व रसूल खुदा हजरत मोहम्मद सल्लाहो अलैहवसल्लम की यौम पैदाइश के मौके पर परम्परागत तरीके से जशन ईद मिलादुन्नबी मनाया गया ,इस मौके पर खास प्रोग्राम के तहत मुकामी मरकज़ी सीरत कमेटी के तत्वाधान में जुलूस मोहम्मदी निकाला गया जो सुबह बाद नमाज़ फ़ज़्र काजीपुरा स्थित मुसाफिर खाने से निकाला गया जो शहर के मुख्तलिफ इलाकों से होता हुआ शाम को वापस लौट कर घण्टा घर में सम्पन्न किया गया जबकि इस्लाम धर्म के मानने वालों द्वारा अपने अपने घरों,व्यापारिक प्रतिष्ठानों और गली मोहल्लों आदि जगहों पर चारागाह व रोशनी करके खुशियां मनायीं व दुरूद व सलाम के साथ एक दूसरों में मिठाइयां तकसीम कीं।इस दौरान पूरे क्षेत्र में जगह जगह जुलूस मोहम्मदी का स्वागत करते हुये सबीलें आयोजित होती रहीं तो वही बहुत सी जगहों पर लंगर भी चलाये गये।छावनी चौराहे पर परम्परा गत रूप से सपा नेता अब्दुल मन्नान व पूर्व चेयरमैन हाजी रेहान ने भारी संख्या में अपने समर्थकों के साथ उपसस्थित रह कर जुलूस की अगवानी करते देखे गये, वही हाजी रेहान जुलूस के साथ शहर में घूमते हुये लोगों को ईद मिलादुन्नबी की मुबारकबाद भी देते देखे गये।
इस जुलूस मोहम्मदी में सैकड़ों की तादाद में इस्लामी झांकियों का प्रदर्शन व तमाम अंजुमनों द्वारा नात ख्वानी भी करते दिखाई दिये।बहराइच में परम्परागत ढंग से जहां सौहार्द पूर्वक जश्न ईद मिलादुन्नबी मनाया गया वहीं हमेशा की तरह इस बार भी जुलूस मोहम्मदी में सीरत कमेटी की बदइंतज़ामी व नाकारापन साफ तौर पर दिखाई दी,कमेटी के अध्यक्ष सहित कमेटी के लोग केवल साफा बंधवाने में ही जुटे रहे। टुकड़ियों में बट कर जुलूस चलता दिखाई दिया लेकिन मतवाले हाथी की तरह जुलूस के आगे चल रहे कमेटी के अध्यक्ष पर इसका कोई असर नहीं दिखाई दिया।कमेटी के कार्यकर्ता केवल साफा बंधवाने व आगे चलने में मस्त रहे जबकि रास्तों पर एक जत्था अगर गुजर जाता तो दूसरे जत्थे के इन्तेज़ार में लोगों को घण्टों लग जाते थे वहीं कमेटी के वॉलिंटियर्स कहीं भी जुलूस को तरीके से संचालित करने के लिये नजर नहीं आये जिसकी वजह से गुरुद्वारा पहुंचते पहुंचते जुलूस कई टुकड़ों में बट कर समाप्त हो गया,इसके अलावा जुलूस मोहम्मदी में किसी राजनैतिक जुलूस की तरह नवजवान मोटरसाइकिल का जुलूस बना कर बेजा तरीके से जुलूस के निर्धारित रूट से हट कर अपनी अपनी टोली बना कर जुलूस निकालते रहे लेकिन इन तमाम मामलों से सीरत कमेटी के लोग अनजान बनते हुए सब कुछ देखते रहे और कौम बदनाम होती रही।इन तमाम अव्यवस्थाओं की वजह से नागरिकों सहित प्रशासन और सुरक्षा तंत्रों को भी परेशानी उठानी पड़ी।इसी तरह जिले के नानपारा में भी कदीमी जुलूस मोहम्मदी निकाला गया जो अपनी रवायत के मुताबिक ग्यारह रबीउल अव्वल को रात में निकाला गया और पूरे शहर का भर्मण कर दूसरे दिन बारह रबीउल अव्वल को शाम को राजा कोठी पहुंच कर सम्पन्न किया गया।इसके अलावा जिले के अन्य कस्बों और इलाकों में भी सौहार्द पूर्वक जश्न ईद मीलादुन्नबी मनाया गया और जुलूस मोहम्मदी निकाला गया।