भारतीय जनता पार्टी के बागी नेता और सांसद शत्रुघ्न सिन्हा ने हाल ही में एक बड़ा बयान दिया है। बताते चलें कि उनके इस बयान के पश्चात देश के तमाम लोग उनके पक्ष में उतर आए हैं। हालांकि उन्होंने अपनी ही पार्टी की सरकार पर बड़ा निशाना साधा। उन्होंने पेट्रोल डीजल के दाम के साथ साथ गैस के बढ़ते दाम को भी लेकर सरकार को लताड़ा। इसके साथ ही उन्होंने डॉलर के मुकाबले रुपए के गिरते स्तर को भी लेकर सरकार की नीतियों के ही जिम्मेदार बताया। लेकिन शत्रुघ्न सिन्हा ने इसके अलावा एक अन्य बात भी कही जिसके चलते वह देशवासियों की खूब वाहवाही बटोर रहे हैं।
बताते चलें कि शत्रुघ्न सिन्हा ने अपने दिए गए बयान में कहा कि आखिर सरकार क्यों अपने कैबिनेट के वेतन भत्ते के आकार को कम नहीं करती है। यानी वह अपने कैबिनेट के मंत्रियों के वेतन में कटौती क्यों नहीं करती है। वहीं दूसरे ट्वीट में उन्होंने कहा कि भारतीय सेना दुनिया में अपनी परिश्रम और तेवर के लिए जानी जाती है। इस नाते सेना का आकार घटाने का फैसला तथ्यों और आंकड़ों पर आधारित होना चाहिए। वहीं एक अन्य ट्वीट करते हुए शत्रुघ्न सिन्हा ने कहा कि हमें अपनी सशस्त्र सेना पर गर्व है, जो कि दुनिया की 5 बड़ी सेनाओं में से एक है। गलत काम करने के नाम पर सैनिकों में कटौती करने की खबरें आपत्तिजनक है।
बताते चलें कि पिछले कुछ दिनों से मीडिया में खबरें चलाई जा रही हैं कि सरकार सेना में बड़े पैमाने पर कटौती करने पर विचार कर रही है। बड़े हथियारों को खरीदने के लिए लगभग डेढ़ लाख नौकरियां खत्म करने की कवायद भी चल रही है। प्राप्त खबरों के अनुसार बताया जा रहा है कि इन सभी नौकरियों को खत्म कर देने से तकरीबन 5 से 7000 करोड रुपए की बचत होगी। जिसका प्रयोग बड़े हथियारों को खरीदने में किया जाएगा। हालांकि इस खबर में कितनी सच्चाई है इस बात की पुष्टि सरकार ने अभी तक नहीं की है।
क्या आप डेढ़ लाख सैनिकों की नौकरी को खतरे में डाल कर सेना के लिए बड़े हथियार खरीदने के पक्ष में है?