बिछिया से हज के लिए रवाना हुए बेटे और वालिदा को लोगों ने दी विदाई,,,,,,
मिनहीपुरवा, बहराइच (मोनिश खान)NOI:-आंखों में आंसू और काबे के दीदार की हसरत , एक ओर अपनों से बिछड़ने का गम तो वहीं मुकद्दस सफर हज की खुशी । इसी के साथ वनग्राम बिछिया से परिवार के दो सदस्य आज अपने घर से हज के लिए रवाना हुए ।
सुजौली क्षेत्र के वनग्राम बिछिया बाजार से आज एक बेटे ने अपनी वालिदा को उनके दिल की हसरत पूरी करवाने , हज के लिए अपने मुकाम से रवाना हुए । जिन्हें बिछिया के लोगों ने माला पहनाकर उन्हें बिदाई दी । इतना ही नही इस गांव से पहली बार किसी को हज करने की तौफीक मिली है । जिन्हें मिलाद शरीफ के बाद लब्बैक अल्लाह हुम्मा लब्बैक और अल्लाह हो अकबर की सदाओं से पूरे गाँव के लोगों ने उन्हें नम आंखों से विदाई दी । लोगों ने इनसे अपने लिए दुआ की गुजारिश भी की है । हज के लिए अपनी वालिदा को अपने साथ ले जा रहे अजहर अली अंसारी ने कहा कि हज की ख्वाहिश हर मुसलमान को होती है । अल्लाह पाक ने हमारी दिली तमन्ना को कुबूल किया है । जिसके लिए मैं उस मालिक का शुक्रगुजार हूं । और मुझे बेहद खुशी हो रही जो अल्लाह ने मुझे अपनी वालिदा को हज करवाने की तौफीक अता फरमाई है । गांव निवासी कमरुद्दीन अंसारी , जहीर आलम , इरशाद अंसारी , हफीजुर्रहमान उर्फ गुड्डू , जलालुद्दीन , आदि ने बताया कि वनग्राम बिछिया से अल्लाह पाक ने पहली बार किसी को हज के लिए बुलाया है । मालिक इनका सफर आसान करे ।