– 500 मेगावाट अतिरिक्त बिजली जुटाने का प्रयास
-मई से जुलाई तक समझौते से बिजली खरीदने को टेंडर आमंत्रित
जागरण ब्यूरो, लखनऊ : गर्मी बढ़ने के साथ ही पटरी से उतरती बिजली आपूर्ति को सुधारने की कवायद में पावर कारपोरेशन प्रबंधन जुट गया है। इसके तहत द्विपक्षीय समझौते से 500 मेगावाट अतिरिक्त बिजली खरीदने का फैसला किया है। मई से जुलाई तक बिजली लेने के लिए टेंडर आमंत्रित किए गए हैं।
गर्मी में मांग व उपलब्धता को देखते हुए कारपोरेशन प्रबंधन ने रात दस बजे से सुबह छह बजे तक तथा दिन में दस बजे से दो बजे तक बिजली लेने के लिए टेंडर मांगे हैं। टेंडर केवल उन्हीं बिजली उत्पादकों या विद्युत आपूर्तिकर्ता से मांगे गए हैं जो उत्तरी ग्रिड क्षेत्र के हैं। टेंडर पहली मई को खोले जाएंगे। गौरतलब है कि द्विपक्षीय समझौते से हजार मेगावाट बिजली क्रय करने के लिए पिछले दिनों टेंडर आमंत्रित किए गए थे। उस पर विभिन्न आपूर्तिकर्ताओं से रात के वक्त मई में 200 मेगावाट, जून में 250 मेगावाट व जुलाई में 350 मेगावाट मेगावाट बिजली जबकि दिन में 600 मेगावाट ही बिजली मिल सकी है। यह बिजली 4.65 रुपये यूनिट तक की है। ऐसे में प्रबंधन ने नए सिरे से टेंडर आमंत्रित करने 500 मेगावाट बिजली लेने का निर्णय किया है। गर्मियों में किसी दूसरे क्षेत्र से बिजली लेने के लिए कॉरीडोर यानि बिजली आपूर्ति की पारेषण लाइन की उपलब्धता तय नहीं होती है इस कारण अब खरीदी जाने वाली बिजली उत्तरी क्षेत्र से जुड़े आपूर्तिकर्ताओं से ही खरीदने का फैसला किया गया है।
कारपोरेशन को मिलेंगे 735 करोड़ : वित्तीय संकट से जूझते पावर कारपोरेशन को अप्रैल में 735 करोड़ रुपये मिलेंगे। मई में भी उसे 615 करोड़ रुपये मिलेंगे। प्रदेशवासियों को गर्मियों में जबरदस्त बिजली कटौती से न जूझना पड़े इसके लिए कारपोरेशन ने शासन से वित्तीय मदद मांगी थी। मुख्यमंत्री की हरी झंडी से कारपोरेशन को इसी महीने सिंचाई विभाग से 285 करोड़, मंडी परिषद से 200 करोड़ तथा नोएडा से 250 करोड़ मिलने का रास्ता साफ है। कारपोरेशन प्रशासन के मुताबिक मई में भी 350 करोड़ रुपये अनुदान तथा सिंचाई विभाग से 265 करोड़ रुपये मिलेंगे। उक्त धनराशि से जरूरी बकाए की अदायगी के साथ ही द्विपक्षीय समझौते व इनर्जी एक्सचेंज से अतिरिक्त बिजली जुटाई जाएगी।