सीतापुर-अनूप पाण्डेय, आशुतोष अवस्थी/NOI-उत्तरप्रदेश जनपद सीतापुर के बिसवां गरीब राशन कार्ड धारकों के राशन कार्ड कोटेदारों की साठ गाँठ के चलते कूड़े के ढेर मे।आपूर्ति विभाग के अधिकारियों और कोटेदारों की मिलीभगत से जो कोटेदार चाहते है वही राशन कार्ड ऑनलाइन होकर फीड किये जाते है।बाकी गरीबो के राशन कार्ड कूड़े के ढेर मे फेक दिए जाते है। आपूर्ति विभाग की मनमानी का आलम यह है कि जो कोटेदार चाहता है वही आपूर्ति विभाग के अधिकारी कार्य करते है।कोटेदारों की साठ गाठ से जिस परिवार मे सदस्यों की संख्या कम है उनकी यूनिट बढ़ा दी जाती है और जिन परिवारों की संख्या ज्यादा है उनकी यूनिट कम कर दी जाती है।प्रदेश सरकार की मंशा गरीबो को राशन मिले लेकिन कोटेदारों और अधिकारियों के संरक्षण मे धंधा फल फूल रहा है।शासन और प्रशासन के आलाधिकारी आपूर्ति विभाग और कोटेदारों की जांच भी नही करवा पा रहा है।अगर निष्पक्ष तरीके से जांच करवा ली जाए तो कई ऐसे कोटेदार होंगे जिनके पास फर्जी यूनिट के राशन कार्ड होंगे।लेकिन जांच तो सिर्फ मातहत अधिकारियों की थैली शाही के चलते नही हो पा रही है।।।आखिर गरीब राशन कार्ड धारकों के साथ सौतेला व्यवहार कब तक आपूर्ति विभाग के अधिकारी और कोटेदार करते रहेंगे।।।।।