फ़ैज़ाबाद। चुनावी जनसभा को संबोधित करने पहुची बीएसपी सुप्रीमो मायावती ने राम जन्मभूमि बाबरी मस्जिद के विवादित मसले पर बड़ा बयान दिया है। बीएसपी ने इस विवादित मसले पर अपना मत साफ़ कर दिया है। मायावती फैजाबाद पहुंची तो उन्होंने खुले लफ़्ज़ों में साफ़ कह दिया कि वो सर्वोच्च न्यायालय के ही फैसले को मानेंगी। उन्होंने कहा कि प्रदेश में बसपा का शासन आने के बाद इस मामले में किसी को भी क़ानून हाथ में नहीं लेने देंगी।
फ़ैज़ाबाद में बसपा सुप्रीमो मायावती ने मुस्लिमों को भी रिझाने में कोई कसर नहीं छोड़ी। उन्होंने कहा कि मुस्लिमों के साथ सौतेला व्यवहार किया जा रहा है। इसलिये जामिया व अलीगढ़ मुस्लिम विश्वविद्यालय के अल्पसंख्यक होने का दर्जा छीनने की कोशिश हो रही है। उन्होंने मुस्लिम पर्सनल लॉ में हस्तक्षेप व तीन तलाक के मसले पर भी बीजेपी को आड़े हाथों लिया। यहीं नहीं उन्होंने कहा कि अल्पसंख्यक समाज अपनी जान माल की सुरक्षा को लेकर भी चिंतित है। साथ इनपर पूरे देश में गोरक्षा, लवजिहाद व देश भक्ति के नाम पर शोषण व उत्पीड़न किया जा रहा है।
बीजेपी के शीर्ष नेताओं के उतरने लगे नूर
मायावती ने कहा कि भाजपा ऐसे मामलों को लेकर धार्मिक उन्माद कर सकती है। लेकिन अब बीजेपी की दाल नहीं गलने वाली है। उन्होंने कहा कि बीएसपी की बढ़त को देखकर अब तो बीजेपी के शीर्ष नेताओं के चेहरे के नूर उतरने लगे है। बीजेपी का हाल बिहार से भी खराब होने वाला है। उन्होंने कहा कि तीन चरण में हुए मतदान से साफ़ है कि बीजेपी व सपा अब दुसरे और तीसरे नंबर के लिए लड़ाई लड़ रही है।