इलाहाबाद के मेजा विधानसभा सीट से भाजपा विधायक नीलम करवरिया ने अपनी ही सरकार के अफसरों के ख़िलाफ़ मोर्चा खोल दिया है। विधायक का आरोप है कि लखनऊ में बैठे कई अधिकारी सरकार को बदनाम करने की नीयत से काम कर रहे हैं।
यही वजह है कि पुलिस भाजपा नेताओं के ख़िलाफ़ फर्ज़ी मुकदमें दर्ज कर रही है। अफसरों की बुद्धि शुद्धि के लिये विधायक नीलम करवरिया की तरफ से संगम पर स्थित लेटे हनुमान मंदिर में सुंदर कांड के पाठ के साथ ही यज्ञ का आयोजन किया गया।
साथ ही मंदिर में विधायक के परिवार वालों के समर्थन में हस्ताक्षर अभियान भी चलाया गया। इस दौरान विधायक ने सीएम योगी आदित्यनाथ को नसीहत दी कि ऐसे अफसरों के ख़िलाफ़ कार्यवाई करें। विधायक नीलम करवरिया के भतीजे के साथ ही उनके पति उदयभान करवरिया, देवर और जेठ के ख़िलाफ़ कोतवाली में पिछले महीने मुकदमा दर्ज किया गया है।
भतीजे के अलावा इस मामले मे विधायक के पति जेठ और देवर के जेल में बंद होने के बावजूद उन पर साजिश रचने का आरोप के तहत केस दर्ज हुआ है । विधायक का आरोप है कि सरकार तो बदली लेकिन अफसरों की सोच नहीं बदली है। जिस कारण आलाधिकारियों के निर्देश पर भाजपा नेताओं के ख़िलाफ़ फर्ज़ी मुकदमें दर्ज किये जा रहे हैं।
बीजेपी कार्यकर्ताओं ने चेतावनी दी कि पुलिसिया कार्यशैली नहीं बदली तो वो सड़कों पर उतरकर प्रदर्शन करेंगे। आपको बता दें कि कोतवाली इलाके के आभूषण व्यापारी ने बीजेपी विधायक के भतीजे पर ज्वैलरी शॉप में घुसकर मारपीट करने और धमकाने का मुकदमा दर्ज करवाया था। जिसमें विधायक के पति सहित कई लोगों पर घटना की साज़िश रचने और ज़ेल में बंद होने के बावजूद धमकाने का आरोप लगाया गया था।