महोबा। जिले में प्रशासन पर गंभीर आरोप लग रहे हैं कि बीजेपी सांसद के दबाब में प्रशासन एक मुस्लिम युवक को प्रताड़ित कर रहा है। मुस्लिम युवक अपनी ही जमीन पर आशियाना बनाने के लिए जिला प्रशासन की चौखट पर न्याय की गुहार लगा रहा है मगर प्रशासन उसे उसकी ही जमीन से बेदखल करने पर उतारू है। पीड़ित परवेज के पिता वहीद के नाम राष्टीय राजमार्ग पर जमीन है। पिछले कई वर्षों से वो इस जमीन पर काबिज है मगर आरोप है बगल में सांसद पुष्पेंद्र सिंह की माता शीलवती के नाम से एक बीघा जमीन पड़ी है मगर अब सांसद पिता हरपाल सिंह की मुस्लिम युवक की जमीन पर नीयत ख़राब हो गई है।
मामला बुन्देलखण्ड के महोबा जनपद का है, जहां बीजेपी सांसद के दबाब में प्रशासन एक मुस्लिम युवक को ही प्रताड़ित कर रहा है। मुस्लिम युवक अपनी ही जमीन पर आशियाना बनाने के लिए जिला प्रशासन की चौखट पर न्याय की गुहार लगा रहा है। मगर प्रशासन उसे उसकी ही जमीन से बेदखल करने पर उतारू है। पीड़ित को सांसद के पिता और तथाकथित गुंडे जमीन छोड़ देने या अंजाम भुगतने की धमकी तक दें रहे हैं।
दरअसल मामला बेशकीमती जमीन का है, लेकिन इस जमीन का मालिक अपनी ही जमीन में कब्ज़ा करने के लिए पुलिस और प्रशासन से रहम मांग रहा है। पीड़ित परवेज के पिता वहीद के नाम राष्टीय राजमार्ग पर जमीन है। पिछले कई वर्षों से वो इस जमीन पर काबिज है। मगर आरोप है बगल में सांसद पुष्पेंद्र सिंह की माता शीलवती के नाम से एक बीघा जमीन पड़ी है मगर अब सांसद पिता हरपाल सिंह की मुस्लिम युवक की जमीन पर नीयत ख़राब हो गई है। यहीं वजह है कि मुस्लिम परिवार अपनी जमीन को अवैध कब्जे से बचाने के लिए जिला प्रशासन के आला अधिकारीयों के चक्कर लगा रहा है। मगर प्रशासन सांसद के दबाब पर एक सुर से मुस्लिम युवक को गलत ठहरने में जुटा है। हद तो तब हो गई जब परवेज को सिविल जज के यहां से निर्माण कार्य के लिए आदेश मिला और प्रशासन को अड़ंगा डालने वाले के खिलाफ कार्रवाई किये जाने के आदेश दिए। मगर जब मुस्लिम परिवार अपनी जमीन पर निर्माण करा रहा था तो एसडीएम सदर जंग बहादुर यादव पुलिस बल के साथ मौके पर पहुंच गए और निर्माण कार्य को जबरन बंद करा दिया।
मुस्लिम युवक एसडीएम से गुहार लगाता रहा क्या मुस्लिम होना गुनाह है क्या। इस सरकार में मुसलमानों के साथ न्याय नहीं होगा।जमीन हमारे नाम है फिर भी आप हमें क्यों बेदखल कर रहे हैं। हमें भू माफिया धमका रहे है कोर्ट के आदेश को प्रशासन नहीं सुन रहा है।उसे अपनी जमीन की नाप करा दो। दो महीने से निस्तारण के लिए चक्कर लग रहा हूं। जमीन हमारी है। लेकिन इस गुहार को एसडीएम साहब सुनने तक के लिए तैयार नहीं है। यहीं नहीं एसडीएम साहब पर तो जैसे भारी दबाब था शायद यहीं कारण था कि एसडीएम साहब अपनी गाड़ी से उतर कर मजदूरों को काम बंद करने के लिए धमकाने लगे। एसडीएम साहब ने यहां तक कहा कि काम बंद कर दो नहीं तो सब जेल जाओगे।
पीड़ित मुस्लिम युवक परवेज की मानें तो ये जमीन पिछले कई वर्षों से उनकी है। लेकिन महोबा हमीरपुर के बीजेपी सांसद पुष्पेंद्र सिंह के पिता हरपाल सिंह उसे और उसके परिवार को धमका रहे है कि ये जमीन छोड़ दो नहीं तो कई मुकदमों में जेल भेज देंगे। कोर्ट के आदेश के बाद वो अपनी ही जमीन पर कब्ज़ा कर रहा है। मगर प्रशासन उस पर काम बंद करने का दबाब बना रहा है। पास में सांसद की एक बीघा जमीन कब्ज़ा कर 7 बीघा कर लिया अब उनकी नजर हमारी जमीन पर है। उसे अपनी जान माल का भी खतरा है। इस सरकार में मुसलमाओं के साथ न्याय होता नहीं दिख राह है। खास बात तो यह है कि प्रशासन शिकायत की बात कर रहा है मगर शिकायतकर्ता का नाम बताने से हिचक रहा है।
वहीं दूसरी ओर जब एसडीएम सदर जंग बहादुर से इस मामले में बात की गई तो उन्होंने ऐसा जबाब दिया कि प्रशासन के दबाब में होने की बात भी जाहिर हो गई। दरअसल एसडीएम निर्माण कार्य को रोकने आये थे मगर क्या कारण है ये वो भी नहीं जानते। उन्हें सिर्फ इतना पता है कि मुस्लिम युवक के निर्माण कार्य को रोकना है। यहीं नहीं अपने ही जबाब में फसने के बाद एसडीएम साहब ने कुछ भी बोलने से ही मना कर दिया।