दीपक ठाकुर:NOI।
भारतीय क्रिकेट कंट्रोल बोर्ड ने पिछले 6 महीने से मैदान से दूर रहे पूर्व कप्तान महेंद्र सिंह धोनी को केंद्रीय अनुबंध से बाहर कर दिया है। क्रिकेट बोर्ड द्वारा गुरुवार को घोषित कॉन्ट्रैक्ट लिस्ट से धोनी को बाहर रखा गया है। आपको बता दें कि वर्ल्ड कप में टीम इंडिया के सेमीफाइनल में हार के बाद से धोनी अंतरराष्ट्रीय क्रिकेट से दूर हैं। वह टेस्ट मैच से पहले ही संन्यास ले चुके हैं।
बीसीसीआई के इस फैसले के बाद माना जा रहा है कि धोनी के लिए राष्ट्रीय टीम में खेलने का रास्ता अब काफी मुश्किल हो गया है कारण है कि धोनी को क्रिकेट बोर्ड द्वारा जारी सूची के किसी भी कैटिगरी में जगह नहीं दी गई है।
भारतीय क्रिकेट बोर्ड द्वारा धोनी के साथ किये गए इस व्यवहार से धोनी के प्रशंसक काफी दुखी हैं उनका कहना है कि धोनी में अभी क्रिकेट बाकी है अगर ऐसा ना होता तो खुद बखुद सन्यास ले लेता।उनका मानना है कि आईपीएल में बेहतरीन प्रदर्शन कर धोनी क्रिकेट बोर्ड को ये ज़रूर दिखाएंगे के धोनी में दमखम की कमी नही है।वैसे देखा जाए तो धोनी के फैंस का कहना भी वाजिब है क्योंकि महेंद्र सिंह धोनी वही खिलाड़ी है जो जिसने विकेट के आगे और पीछे अपने दम पर भारत को कई मैच जिताएं हैं।लेकिन बीसीसीआई का ये व्यवहार उनके सम्मान को तार तार करता नजर आने वाला है।
मौजूदा टीम में धोनी की कमी हर एक क्रिकेट प्रशंसक को खल रही है क्योंकि धोनी के विकल्प के रूप में खेल रहे ऋषभ पन्त लय में नज़र ही नही आ रहे वो ना तो बल्ले से कोई कमाल करते दिखाई दे रहे हैं और ना ही विकेट की पीछे ही कोई करामात दिखाने में सफल हुए हैं अब ऐसे में उनका भी विकल्प तलाशने की विराट कोहली तलाश कर रहे हैं जो केएल राहुल के रूप में हो सकता है लेकिन धोनी की इतनी अनदेखी कहीं उनके साथ किसी बदले की भावना से तो नही ये एक बड़ा सवाल है।