घर से गैराज तक गाड़ी ले जाने की ये तस्वीर तभी सामने आती है जब या तो गाड़ी बहुत पुरानी हो गई हो या गाड़ी की किश्त ना अदा करने पर कम्पनी गाड़ी को वापस खिंचवाती हो लेकिन यहां बात बिल्कुल ही उससे जुदा है यहां ना गाड़ी पुरानी है और ना ही किश्तों का कोई मामला है यहां मामला है हुंडई कम्पनी की धोखेबाज़ी का जिसने ठाकुरगंज निवासी अधिवक्ता आनंद ठाकुर को 8 माहीने पहले जो गाड़ी दी उसका इंजन इतना घटिया निकला कि अधिवक्ता आनंद ठाकुर ने उसको कम्पनी के हवाले करने में ही अपनी बेहतरी समझी।
आप खुद अधिवक्ता आंनद ठाकुर से सुनिये के कैसे लोन लेकर उन्होंने ये गाड़ी लखनऊ के शाहनज़फ़ रोड के हुंडई शो रूम से ये गाड़ी निकलवाई तब कम्पनी का व्यवहार क्या था और अब की हकीकत क्या है कि उनको लोगों से ये अपील करनी पड़ी कि कोई भी इस शो रूम से गाड़ी ना ले नही तो उनका भी कम्पनी पुरसाहाल नही लेने वाली।