लखनऊ-बुलंदशहर में 10 वर्षीय रेप पीडि़ता को अवैध रूप से हिरासत में रखने के मामले में सुप्रीम कोर्ट द्वारा उत्तर प्रदेश सरकार को नोटिस जारी किए जाने के एक दिन बाद ही यूपी पुलिस की एक और करतूत सामने आई है। इस बार उस पर पांच साल के बच्चे को बिजली के झटके देकर प्रताड़ित करने का आरोप है। मामले में संज्ञान लेते हुए राष्ट्रीय मानवाधिकार आयोग (एनएचआरसी) ने पुलिस को नोटिस जारी कर चार हफ्ते में जवाब मांगा है।
गौरतलब है कि बीते 2 फरवरी को चोरी के आरोप में लखनऊ पुलिस ने पांच साल के एक बच्चे को गिरफ्तार किया था और थाने ले जाकर कथित रूप से उसे बिजली का झटका देकर प्रताड़ित किया। जुबेनाइल कोर्ट में पेश किए जाने के समय उसके कान के पीछे गहरे जख्म के निशान पाए गए। परिवारवालों ने आरोप लगाया कि उसे प्रताड़ित किया गया। लेकिन पुलिस ने आरोपों से इन्कार करते हुए कहा कि बच्चे उसे सौंपे जाने से पहले लोगों ने पिटाई की थी।च्बच्चे की हालत को देखते हुए कोर्ट ने उसे तुरंत जमानत पर छोड़ने का आदेश दिया।
पूरे घटनाक्रम की खबर मीडिया में आने के बाद एनएचआरसी ने स्वत: संज्ञान लेते हुए लखनऊ के एसपी को नोटिस भेजकर चार हफ्ते में जवाब देने को कहा। एनएचआरसी ने कहा है कि मीडिया की रिपोर्ट अगर सही पाई गई तो वह मानवाधिकार उल्लंघन के इस मामले में कड़ी कार्रवाई करेगा।