बुलंदशहर- उत्तर प्रदेश के मीरपुर रेप कांड की पीड़ित जिस बच्ची को मेडिकल परीक्षण कराने के नाम पर पुलिस ने हवालात में डाला था, उसकी पिटाई भी की गई थी। मंगलवार को पीड़िता ने पुलिस पर आरोप लगाया कि उसे इसलिए पीटा गया ताकि वह मीडिया के सामने मुंह न खोले। वहीं, रेप कांड के मुख्य आरोपी को पुलिस ने गिरफ्तार कर लिया। अनुसूचित जाति एवं जनजाति आयोग की टीम ने भी मीरपुर पहुंचकर पीड़ित परिवार के बयान लिए।
गांव मीरपुर में गत रविवार को दुकान से खरीदारी कर रही एक दस वर्षीय बच्ची से गांव के ही एक युवक ने रेप किया था। बच्ची को मेडिकल के लिए नगर कोतवाली लाया गया था, जहां से उसे महिला थाने के हवाले कर दिया गया। महिला थाना पुलिस ने बच्ची को थाने की हवालात में डाल दिया था। सोमवार शाम बच्ची को उसके परिजनों के सुपुर्द कर दिया गया। मंगलवार को मीडिया के सामने बच्ची ने बुलंदशहर पुलिस की हरकतों के बारे में बताया। उसने कहा कि जब मीडिया वालों ने उससे बातचीत करने की कोशिश की तो उनके सामने पेश करने से पहले पुलिस वालों ने उसकी पिटाई की। उससे कहा गया कि मीडिया वाले कुछ पूछें तो केवल यही कहना कि मम्मी बताएंगी। अगर इसके अलावा कुछ बताया तो और मार पड़ेगी।
दूसरी तरफ, पुलिस ने रेप कांड के मुख्य आरोपी युवक हरेंद्र को गिरफ्तार कर लिया। वहीं एसएसी/ एसटी आयोग के एडिशनल डायरेक्टर कौशलेंद्र कुमार के नेतृत्व में पहुंची टीम ने भी अपने स्तर पर कार्रवाई शुरू कर दी है। एसएसपी गुलाब सिंह ने बताया कि मामला संज्ञान में आते ही महिला थाने की एसओ व एक महिला दरोगा को लाइन हाजिर और ड्यूटी पर तैनात दो महिला पुलिसकर्मियों को निलंबित कर दिया था। जहां तक बच्ची के साथ मारपीट का आरोप है, उसकी जांच की जा रही है।
मोबाइल पर ताजा खबरें, फोटो, वीडियो व लाइव स्कोर देखने के लिए