लंदन-ब्रिटेन में रह रहा एक भारतीय दंपति खुद से दूर किए गए अपने पांच साल के बेटे की कस्टडी हासिल करने के लिए लड़ाई लड़ रहा है। भारतीय दंपति पर बेटे अंचित्य के साथ गाली-गलौज व अनुचित व्यवहार करने का आरोप है, जिसके चलते पिछले महीने पांच मार्च को उसे मां-बाप से अलग कर दिया गया था।
अचिंत्य के स्कूल के अध्यापकों को जब उसके पिता के व्यवहार के बारे में पता चला तो उन्होंने इसकी सूचना पुलिस व सामाजिक सेवा से जुड़े लोगों को दी थी। अध्यापकों ने आशंका जताई थी कि बच्चे का शारीरिक शोषण भी किया जा रहा है।
अचिंत्य के पिता रजत पुरी ने कहा कि वे भारतीय व ब्रिटिश संस्कृति में अंतर नहीं समझ सके। यहां पर बच्चों के पालन-पोषण का तरीका हमारी संस्कृति से बिल्कुल अलग है।
बच्चे की मां श्रुति बेरी का कहना है कि हमारा बच्चा बुरी स्थिति में है। वह घर आने के लिए रो रहा है। उसे हर रात अंधेरे कमरे में रखा जाता है। श्रुति का आरोप है कि ऑक्सफोर्डशायर काउंटी काउंसिल ने मामले की गलत व्याख्या की है।
ब्रिटेन में बाल संरक्षण नियमों के तहत ऐसे मामलों में स्थानीय परिषद बच्चे की कस्टडी अपने हाथ में लेकर उसका पालन-पोषण कर सकती है। पंजाब के रहने वाले भारतीय दंपति ने ब्रिटेन के प्रधानमंत्री डेविड कैमरन व स्थानीय सांसद को पत्र लिखकर मामले में दखल की अपील की है।